विकृत प्रथाओं से मुक्त हो विवाह समारोह
मराठा सेवा संघ के पुरुषोत्तम खेडेकर का आवाहन
बुलढाणा/दि.19 – विगत कुछ दिनों से विवाह समारोह पर अनाप-शनाप रुपए खर्च किए जाते है. साथ ही विवाह जैसे प्रसंगों के साथ कई विकृत व अनिष्टकारी प्रथाए जुड गई है. जिसे तत्काल रोके जाने की सख्त जरुरत है. इस आशय का आवाहन करने के साथ ही मराठा सेवा संघ के संस्थापक पुरुषोत्तम खेडेकर ने बहुजन समाज के लिए कुछ मार्गदर्शक दिशा-निर्देश भी जारी किए है.
मराठा बहुजन समाज के विवाह समारोहों के साथ जुडी विकृत बातों को लेकर अपनी चिंता जताते हुए एड. पुरुषोत्तम खेडेकर ने कहा कि, विवाह समारोह दिनोंदिन बेहद खर्चिले होते जा रहे है. साथ ही इसकी वजह से समाज सहित पारिवारिक, सांस्कृतिक व सामाजिक अधोगति हो रही है. ऐसे में बहुजन समाज ने इस पर विचार करना चाहिए. जिसके तहत सबसे पहले तो विवाह समारोह में पैसों का बेवजह व अनाप-शनाप खर्च बंद होना चाहिए. इसके साथ ही डीजे की वजह से हृदयरोग व ध्वनी प्रदूषण होता है. इसके अलावा डीजे पर बडे लोगों के साथ कम उम्र वाले युवक व किशोर भी शराब पीकर नाचते है. इस विकृति को रोकने हेतु अब शराब व डीजे मुक्त विवाह समारोह की संकल्पना को साकार करना होगा. इसके अलावा तय समय पर विवाह लगाने पर भी जोर देना होगा, ताकि सभी लोगों का समय बचे. उन्होंने बताया कि, आगामी 1 मई को सभी गांवों में ग्रामसभा होगी. जिसमें डीजे मुक्त विवाह, शराब मुक्त बारात व समय पर विवाह ऐसे तीन प्रस्ताव पारित किए जाने चाहिए.