* पांच माह में 155 की गई जान
बुलढाणा/दि.24- जनवरी से मई इन पांच माह में बुलढाणा जिले में सड़क दुर्घटनाओं के कारण 155 लोगों की जान चली गई. औसत की बात करें तो रोज एक व्यक्ति दुर्घटना में मारा जा रहा है. कोरोना के ढाई साल में लगभग 691 लोगों की मृत्यु महामारी से हुई थी. आंकड़ों की तुलना करें तो कोरोना से अधिक मृत्य सड़क दुर्घटना में हुई है. बढ़ते हादसों पर चिंता व्यक्त करते हुए उपाययोजना की मांग की जा रही है.
समृद्धि महामार्ग पर हादसों की संख्या बढ़ रही है. दुर्घटनाओं से अनेक जीवन उध्वस्त हो गए. प्रादेशिक परिवहन विभाग कभीकभार कार्रवाई करता है. दुर्घटना प्रवण स्थलों को लेकर जनजागृति की जाती है. ब्लैक स्पॉट निर्धारित किए जाते हैं. फिर भी हादसे कम होने की बजाय बढ़ते जा रहे हैं.
इस वर्ष पांच माह में 255 दुर्घटनाएं दर्ज हुई है. राष्ट्रीय महामार्ग पर 44 हादसों में 62, राज्य महामार्ग पर 9 हादसों में 14 और अन्य मार्ग पर 72 दुर्घटनाओं में 79 लोगों की जान चली गई. 131 पुरुष तथा 24 महिलाएं मृतकों में शामिल है.गंभीर रुप से घायलों की संख्या 68 और मामूली रुप से घायलों का आंकड़ा 94 रहा. केवल आठ हादसे ऐसे रहे, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ.
समृद्धि महामार्ग के माध्यम से नागपुर-मुंबई यात्रा वेगवान करने का प्रयत्न हुआ. शिर्डी तक पहला चरण शुरु होने के बाद महामार्ग पर दुर्घटनाएं बढ़ गई है. बगैर किसी रुकावट के वाहन चलाए जाने से रफ्तार बढ़ जाती है. यह रफ्तार भी हादसों के लिए जिम्मेदार होती है. जिससे कई लोग अब ऐसे मार्ग नहीं रहे तो बेहतर, ऐसी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
* तीन घंटे में सर्वाधिक घटनाएं- गाजरे
उप्र प्रादेशिक परिवहन अधिकारी बुलढाणा प्रसाद गाजरे ने कहा कि सुबह 6 से 9 और शाम 6 से 9 के दौरान दुर्घटनाओं की संख्या अधिक रहती है. उन्होंने कहा कि उनका महकमा हादसे रोकने के लिए सभी कदम उठा रहा है. एक टीम कार्यान्वित की गई है. मेहकर, दुसरबीड और सिंदखेर राजा इंटरचेंज पर वाहन चालकों का समुपदेशन शुरु किया गया है. लेन कटिंग सहित वाहन बीच सड़क न रोके जाए, इसके लिए कार्रवाई भी की गई. गाजरे ने बताया कि नागपुर और शिर्डी में टायर कंपनी से करार कर वाहन जांच की जा रही है.