बुलढाणामहाराष्ट्र

मां बाहर, मासूम बेटा गैलरी में और फ्लैट का दरवाजा ‘लॉक’

45 मिनट के संघर्ष के बाद मासूम को निकाला सकुशल बाहर

* बुलढाणा शहर के इतापे लेआऊट परिसर की घटना
बुलढाणा /दि. 14– मां को आवाज देने के लिए गैलरी में आए तीन साल का मासूम बेटा गैलरी का दरवाजा लॉक होने से गैलरी में ही फंस गया. उसकी पुकार सुनकर नीचे नागरिकों की भीड जमा हो गई. आखिरकार 45 मिनट के संघर्ष के बाद इस मासूम को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. यह घटना सोमवार की शाम शहर के इतापे लेआऊट परिसर के विघ्नहर्ता अपार्टमेंट में घटित हुई. गैलरी में फंसे बच्चे का नाम रियांश सुरडकर है.
जानकारी के मुताबिक विघ्नहर्ता अपार्टमेंट में सुरडकर परिवार रहता है. सोमवार 13 जनवरी को दोपहर में रियांस की मां किसी काम से बाहर गई थी. उस समय घर में कोई नहीं था. घर में केवल रियांश था. अचानक फ्लैट का दरवाजा भीतर से बंद हो गया. इस कारण रियांश उसे खोल नहीं पा रहा था. वह अपनी मां को आवाज देने के लिए घर की गैलरी में गया. गलती से खिडकी भी लॉक हो गई. तब उसने मां को अनेक बार आवाज दी. लेकिन उसे जवाब नहीं मिला. मासू रियांश की पुकार सुनकर नीचे नागरिकों की काफी भीड जमा हो गई. किसी को भी कुछ समझ नहीं रहा था. इस कारण अनेकों ने अपार्टमेंट में जाकर दरवाजा खोलने का प्रयास किया. लेकिन दरवाजा भीतर से बंद रहने का पता चला. रियांश गैलरी में फंसा रहने की जानकारी परिसर में हवा की तरह फैल गई. घटना की जानकारी परिसर के कुछ लोगों ने अग्निशमन दल व पुलिस विभाग को दी. उस समय परिसर की बिल्डींग का निर्माण करनेवाले बिल्डर अश्विन सातपुते और प्रकाश उगले ने निर्माणकार्य के लिए इस्तेमाल किया जानेवाला झुला उपलब्ध कर दिया. अपार्टमेंट के सबसे उपर की मंजिल से झुला नीचे छोडा गया. लेकिन झुले पर किसी को चढते नहीं आ रहा था. इस कारण यह प्रयास विफल रहा. उसी समय वहां से निर्माणकार्य स्थल पर मजदूरी करने के लिए रवींद्र पंडित मगर जा रहा था. उसे घटना का पता चलते ही वह झुले पर चढकर दूसरी मंजिल तक पहुंचने का प्रयास करने लगा. लेकिन वह प्रयास भी विफल रहा.

* अग्निशमन दल ने निकाला बच्चे को बाहर
इस घटना की जानकारी मिलने पर नगर पालिका के अग्निशमन दल ने तत्काल घटनास्थल भेंट देकर सीढी का इस्तेमाल कर रियांश को 45 मिनट के बाद सकुशल बाहर निकाल लिया. मासूम रियांश को कुछ न होने से सभी ने राहत की सांस ली.

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