शेगांव से ‘श्रीं’ की पालकी पंढरपुर रवाना
नयनाभिराम समारोह में हजारों भाविकोें ने दी वारी को विदाई
* संत नगरी में धर्ममय हुआ वातावरण
शेगांव/दि.7- जय हरी विठ्ठल और गण-गण गणात बोते का जयघोष करते हुए गत रोज सुबह 7 बजे श्री संत गजानन महाराज की पालकी बडे हर्षोल्लास के साथ विठूराया से भेंट करने हेतु पंढरपुर के लिए रवाना हुई. इस समय शेगांव संस्थान के अश्वों सहित 700 वारकरी इस पैदल वारी में शामिल हुए. जिन्हें संत नगरी में हजारों भाविकों द्वारा पंढरपुर यात्रा के लिए भावपूर्ण विदाई दी गई. करीब दो वर्ष के अंतराल पश्चात शेगांव में पंढरपुर वारी के लिए आयोजीत नयनाभिराम समारोह को देखने हेतु राज्य के अलग-अलग इलाकों से हजारों श्रध्दालुगण संत नगरी शेगांव मेें दाखिल हुए थे.
गत रोज सुबह 7 बजे शेगांव संस्थान के विश्वस्त निलकंठ पाटील द्वारा पूरे विधि-विधान के साथ पालकी का पूजन किया गया. जिसके उपरांत यह पालकी पंढरपुर के लिए रवाना हुई. इस वर्ष मंदिर से पालकी समारोह को प्रकट स्थल तक नहीं ले जाया गया, बल्कि शेगांव संस्थान से निकली यह पालकी सीधे नागझिरी मार्ग स्थित अशोक देशमुख के खेत में पहुंची. जहां से आगे नागझिरी के लिए रवाना हुई. इस समय संत नगरी के हजारों भाविक श्रध्दालुओं ने इस पालकी को भावभिनी विदाई दी. शेगांव से निकली यह पालकी श्री क्षेत्र गायगांव, भौरद, अकोला, भरतपुर, वाडेगांव, देउलगांव, पातूर, मेडशी, श्री क्षेत्र डव्हा, मालेगांव, शिरपुर जैन, चिचाबापेन, मसलापेन, किनखेडा, रिसोड, पानकन्हेरगांव, सेनगांव, परभणी, गंगाखेड, परली, अंबेजोगाई, उस्मानाबाद, तुलजापूर, सोलापुर व मंगलवेढा होते हुए 8 जुलाई को पंढरपुर पहुंचेगी. जहां पर इस पालकी का मुकाम 12 जुलाई तक रहेगा और पंढरपुर में भगवान विठ्ठल-रूख्मिणी का दर्शन करने के उपरांत पालकी की वापसी की यात्रा 13 जुलाई से शुरू होगी तथा करकंब, कुर्डवाडी, उपलाई स्टेशन, भगवान बार्शी, घोम, चौसाला, पाली, बीड, गेवराई, शहापूर, लालवाडी, जालना, सिंदखेडराजा, बीबी, लोणार, मेहकर, जानेफल, शिरला नेमाने, आवात व खामगांव होते हुए 3 अगस्त को यह पालकी शेगांव वापिस लौटेगी.