प्रतिबंध लागू होते ही मलकापूर अर्बन बैंक में तौबा भीड
हर कोई अपने खाते से 10 हजार रूपये निकालने लालायित
* छह माह के लिए आरबीआई ने लगाये हैं प्रतिबंध
बुलडाणा/दि.26- समूचे राज्य में अपना विस्तार और कामकाज रखनेवाली मलकापूर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक पर गत रोज भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा कडे प्रतिबंध लगाये गये है. जो अगले छह माह तक लागू रहेंगे. इस दौरान बैंक के बचत व चालू खातों से खाताधारकों को केवल 10 हजार रूपये निकालने का सुविधा रहेगी. गत रोज यह आदेश जारी होने की जानकारी मिलते ही आज बैंक की सभी शाखाओं में खाताधारकों की जबर्दस्त भीड उमडी और हर कोई अपने-अपने खाते से जल्द से जल्द पैसे निकालने के लिए लालायित दिखा.
करीब 1 हजार करोड रूपये के सावधी जमा तथा 28 शाखाएं रहनेवाली इस बैंक पर आरबीआई द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के चलते बैंक के खाताधारकों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त है. साथ ही इस बात को लेकर भी संभ्रम देखा जा रहा है कि, ग्राहकों द्वारा रोजाना ही अपने खाते से 10 हजार रूपये का विड्रॉल किया जा सकेगा, या फिर इसके लिए भी कोई समयसीमा तय की गई है.
बता दें कि, भाजपा नेता व मलकापुर के पूर्व विधायक चैनसूख संचेती मलकापुर अर्बन को-ऑपरेटीव बैंक के अध्यक्ष हैं और बैंक का उत्तर महाराष्ट्र, मराठवाडा व विदर्भ क्षेत्र में कामकाज फैला हुआ है. इससे पहले इस बैंक को केवायसी के संदर्भ में बैंक पर 2 लाख रूपये का दंड लगाया गया था. साथ ही वर्ष 2008 में भी बैंक के कामकाज को लेकर कई तरह के आरोप लगे थे. वहीं अब एनपीए के बढने, लेखा परीक्षण में त्रृटी और कामकाज में अनियमितता रहने का आक्षेप लगाते हुए रिजर्व बैंक द्वारा मलकापुर बैंक पर प्रतिबंध लगाये गये है. जिसके चलते अब मलकापुर अर्बन को-ऑप. बैंक के खाताधारक अपने बचत या चालु खाते से केवल 10 हजार रूपये ही निकाल सकेंगे. साथ ही प्रतिबंध जारी रहने के दौरान बैंक किसी भी तरह का नया कर्ज वितरित नहीं कर सकेगी और पुराने कर्ज का नूतनीकरण भी नहीं कर सकेगी. इसके अलावा बैंक द्वारा अपनी किसी संपत्ति को भी नहीं बेचा जा सकेगा. आरबीआई द्वारा लगाये गये प्रतिबंधों पर मलकापुर अर्बन को-ऑप. बैंक की ओर से फिलहाल तक कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है.
* व्यापारियों के व्यवहार हुए प्रभावित
मलकापुर अर्बन को-ऑप. बैंक में सर्वसामान्य नागरिकों सहित बडे पैमाने पर व्यापारियों के करंट अकाउंट भी है. बाजार समिती में किसानों से कृषि उपज खरीदने के बाद व्यापारियों द्वारा इसी बैंक के धनादेश किसानोें को दिये जाते है. ऐसे में अब व्यापारियों के साथ-साथ किसानों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पडेगा. यदि व्यापारियों द्वारा किसानों को किसी अन्य बैंक का धनादेश भी दिया जाता है, तो भी व्यापारियों का अधिकांश पैसा मलकापुर अर्बन को-ऑप. बैंक में ही रहने से उन्हें भूगतान हेतु समस्याओं का सामना करना पड सकता है. उल्लेखनीय है कि, बुधवार को पूरा दिन इस बैंक का कामकाज पूरी तरह से सुचारू तौर पर चल रहा था और कामकाज निपटने के बाद रिजर्व बैंक का आदेश आया. जिसके बाद बैंक के सभी खाताधारकों में जबर्दस्त हडकंप व्याप्त हो गया.