बुलढाणा

रस्ते की सुरक्षा दीवार के लिए समाधि आंदोलन

कोमलवाडी के गंगाधर तायडे ने खुद को गले तक किया दफन्

बुलढाणा/ दि.14 – मोताला तहसील के समीप बोरखेड से समीप पलढग कोमलवाडी रास्ते की सुरक्षा दीवार के पास बारिश की वजह से रास्ता खराब हो गया है. इस रास्ते की तत्काल सुरक्षा दीवार तैयार की जाए, ऐसी मांग को लेकर पलढग कोमलवाडी निवासी सामाजिक कार्यकर्ता गंगाधर बलिराम तायडे ने आज सुबह 12 बजे इसी रास्ते पर गर्दन तक अपने आप को दफन कर समाधि आंदोलन शुरु किया, जिससे प्रशासन में खलबली मच गई है.
बोरखेड से पलढग कोमलवाडी रास्ते की सुरक्षा दीवार के पास बारिश की वजह से रास्ता बुरी तरह से खराब हो गया. किसानों ने खेती में जमा पानी निकालने के लिए अपने खेत के रास्ते में नालियां खोद दी है, जिसके कारण गांव में मोटरसाइकिल व कार ले जाने में बाधा निर्माण हो रही है. साथ ही स्कूल के विद्यार्थियों को रास्ते की वजह से स्कूल जाने में दिक्कत हो रही है, इसके कारण विद्यार्थियों को शिक्षा से वंचित रहना पडता है. बुलढाणा जिला मातृतिर्थ जिले के रुप में पहचाना जाता है, मगर पलढग कोमलवाडी की जिजाऊ की कन्या पर इतना बडा अन्याय हो रहा है, फिर भी संबंधित किसानों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई कर रास्ता ठिक करके दे, इसी तरह रस्ते की सुरक्षा दीवार तैयार की जाए, ऐसी मांग को गंगाधर तायडे ने निर्माण कार्य विभाग के कार्यकारी अभियंता को ज्ञापन सौंपा था.
गंगाधर तायडे ने की मांग आठ दिन में पूरी न होने के कारण आज विद्यार्थियों व पालकों के साथ आकर उग्र आंदोलन छेडा जाएगा, ऐसी चेतावनी दी थी, परंतु प्रशासन ने किसी भी तरह से इसे गंभीरता से नहीं लिया. इसके कारण गंगाधर तायडे ने आज सुबह 11 बजे से रास्ते पर खुद को गर्दन तक जमीन के अंदर दफन कर समाधि आंदोलन शुरु किया. विद्यार्थी व पालकों ने यहां उपस्थित रहकर आंदोलन को समर्थन दिया. इस समय आंदोलनकर्ता व समर्थकों ने जमकर घोषणाबाजी की. यह देखकर प्रशासकीय अधिकारी व पुलिस आंदोलन स्थल पर पहुंचे. आंदोलकर्ताओं के साथ चर्चा शुरु की गई है.

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