बुलढाणा

1 लाख की रिश्वतखोरी में उपजिलाधिकारी घुगे गिरफ्तार

वकील और लिपिक का भी समावेश

भूसंपादन का मुआवजा देने के लिए मांगे थे रूपए
बुलढाणा/ दि. 29– जिलाधिकारी कार्यालय में भूसंपादन विभाग के उपजिलाधिकारी भिकाजी घुगे को एन्टी करप्शन ब्यूरों के दल ने एक लाख रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. जिससे अधिकारी, कर्मचारियों में खलबली मच गई. इसी मामले में लिपिक नागोराव खरात तथा म्हातोला निवासी वकील अनंत देशमुख को भी गिरफ्तार किया गया. एक किसान को भूसंपादित की गई जमीन का मुआवजा देने के लिए रिश्वत मांगी गई थी. इसकी शिकायत पर एसीबी के दल ने रंगे हाथों गिरफ्तार करने में सफलता पायी.
जानकारी के अनुसार जिगांव प्रकल्प में हिंगणे इच्छापुर स्थित एक किसान के पिता की जमीन भूसंपादित की गई. डेढ एकड जमीन का मुआवजा सरकार से प्राप्त हुआ. मगर इस दौरान शिकायतकर्ता के पिता की मौत हो जाने के बाद मुआवजे की रकम शिकायतकर्ता के परिजन के खाते में जमा हो गई. यानी यह गलती भूसंपादन विभाग की उजागर हुई. शिकायतकर्ता के पिता का नाम रविन्द्र और उसके परिजन का नाम राजेन्द्र होने के कारण यह गलती की गई. वहीं रकम पाने और उसे ठीक करने के लिए शिकायतकर्ता से एक लाख रूपए की रिश्वत उपजिलाधिकारी घुगे ने मांगी थी. लिपिक के माध्यम से वह रकम वकील अनंत देशमुख को दी गई. शिकायतकर्ता ने तत्काल फोन पर इसकी जानकारी एसीबी को दी. इसकी जानकारी मिलते ही एसीबी के दल ने कल बुधवार की शाम 4.30 बजे घुगे, लिपिक और वकील तीनों को रंगे हाथों धरदबोचा. यह कार्रवाई डीवायएसपी कदम बुलढाणा के सचिन इंगले एएसआई भांगे, लोखंडे के दल ने की.

* इसके पहले भी रिश्वत लेते गिरफ्तार
बताया जाता है कि विगत 2014 में उसमानाबाद के जिला अनाज आपूर्ति अधिकारी के पद पर कार्यरत रहते वक्त भिकाजी घुगे ने 12 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी. उस समय उन्हें रिश्वत लेते रंगे हाथों एसीबी के दल ने गिरफ्तार किया था और फिर बुलढाणा उपजिलाधिकारी पद पर कार्यरत रहते समय एसीबी के दल ने एक लाख रूपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

 

 

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