बेटे की विदेश पढ़ाई खर्च की चिंता में शिक्षक पिता की आत्महत्या
बुलढाणा/प्रतिनिधि दि.4 – पढ़ाई महंगी होने पर भी हरेक पालक अपने पाल्य को उच्च दर्जे की शिक्षा देने के लिए प्रयासरत रहता है. लेकिन इसका अंत क्या होगा, इस बात की कल्पना भी नहीं होती. वहीं बेटा विदेश में शिक्षा ग्रहण करेगा इस बात का आनंद व दूसरी ओर विदेश की पढ़ाई के खर्च की चिंता से परेशान एक शिक्षक पिता व्दारा आत्महत्या किए जाने की घटना रविवार को उजागर हुई.
तहसील के माणकी गांव के मूल निवासी मिलिंद नामदेव शिरसाट (45) शलद की जि.प. शाला में मुख्याध्यापक पद पर कार्यरत थे. उनका बेटा सम्यक यह वैद्यकीय शिक्षा के लिए रशिया में जाने वाला था. बेटा होशियार होने के कारण पिता को हमेशा ही उसकी पढ़ाई की चिंता रहती थी. दो दिन पूर्व मिलिंद शिरसाट ने एडमिशन फीस के लिए 10 लाख रुपए जमा भी किए थे. आगामी दो-तीन दिनों में बेटा विदेश में पढ़ाई के लिए जाने वाला था. इसके लिए शिरसाट पैसे जुटाने की चिंता में थे. इसी चिंता के चलते मिलिंद शिरसाट ने व्याला-नांदखेड मार्ग के एक वृक्ष पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस बाबत राहुल श्रीराम इंगले (अकोला) की फिर्याद पर बालापुर पुलिस ने अपराध दर्ज किया.