बुलढाणामहाराष्ट्र

सत्यशोधक के सिर की पगडी से सामाजिक उत्थान की जिम्मेदारी ज्यादा बढी

जिजाऊ जन्मोत्सव में मराठा सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष एड. पुरुषोत्तम खेडेकर का प्रतिपादन

सिंदखेडराजा/दि. 14– महात्मा ज्योतिबा फुले ने सत्यशोधक अभियान के माध्यम से समाज को अनेक गलत परंपराओं से बचाया. उनके इन विचारों को स्मृतिशेष पंढरीनाथ पाटिल ने जारी रखा. उन्होंने महात्मा फुले का चरित्र लिखा. उनकी पगडी जिजाऊ सृष्टि के सत्कार के अवसर पर पहनाई गई. सत्यशोधक की इस पगडी से सामाजिक उत्थान की जिम्मेदारी अब बढी है, ऐसा प्रतिपादन मराठा सेवा संघ के संस्थापक अध्यक्ष एड. पुरुषोत्तम खेडेकर ने यहां किया.
राजमाता मां साहेब जिजाऊ के 427 वे जन्मोत्सव निमित्त सिंदखेडराजा में आयोजित कार्यक्रम में वे बोल रहे थे. इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री प्रतापराव जाधव, विधायक अर्जुन खोतकर, सिद्धार्थ खरात, डॉ. शशीकांत खेडेकर, रेखाताई खेडेकर, मराठा सेवा संघ के प्रदेशाध्यक्ष विजयकुमार घोग, मधुकरराव मेहकरे, कामाजी पवार, पुरुषोत्तम कडू, नवनाथ घाडगे, अर्जुनराव तनपुरे, सीमाताई बोके, एड. मनोज आखरे, वर्षा धाबे, निर्मला पाटिल, राजेंद्रसिंह पाटिल, मराठा सेवा संघ के महासचिव चंद्रशेखर शिखरे, ज्योतिताई जाधव, स्वप्नील खेडेकर, सुभाष कोल्हे, प्रदीप बिल्होरे आदि मान्यवर उपस्थित थे. सामाजिक सुधार के लिए समाज के नेता व राजनीतिक नेताओं को एक साथ आना आवश्यक है. जानबुझकर सामाजिक द्वेष फैलानेवाला गिरोह सक्रिय है. इस कारण जाति, धर्म, पंथ बाजू में रखकर एक साथ आना चाहिए. स्मृतिशेष पंढरीनाथ पाटिल व ताराबाई शिंदे ने समाज की गलत परंपरा को दूर करने का काम किया. आज पंढरीनाथ पाटिल की पगडी हमारे सिर पर आने से उसके साथ सामाजिक उत्थान के लिए कार्य करने की जिम्मेदारी बढने का भान मुझे इस निमित्त से अधिक रखना पडेगा, ऐसा भी खेडेकर ने कहा.

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