हाईटेक लाईफस्टाइल के लिए गांजा तस्करी छोडकर उमरा का युवक बना डकैत!
विशाखापट्टनम से गांजा लाकर औरंगाबाद, जालना जिले में बेचता था
* जितेंद्र चव्हाण शेगांव में गिरफ्तार, कई सनसनीखेज मामले पर्दाफाश
* मलकापुर पांग्रा पेट्रोल पंप में डाका डालने वाला मुख्य आरोपी है
बुलढाणा/ दि. 30– मलकापुर पांग्रा पेट्रोल पंप डकैती के मामले में मुख्य आरोपी जितेंद्र चव्हाण को शेगांव से गिरफ्तार किया गया. इसके बाद कई चौकाने वाले सनसनीखेज मामलों का पर्दाफाश हो रहा है. आरोपी 22 वर्षीय युवक अकोला जिले के अकोट तहसील स्थित उमरा का रहने वाला है. वह वर्ष 2012 से अपराधिक गतिविधियो में सक्रिय है. पहले वह आंध्रप्रदेश राज्य के विशाखापट्टनम से गांजा लाकर औरंगाबाद, जालना जिले में बेचता था. इससे उसे काफी रुपए मिलने लगे. जिसके कारण उसे हाईटेक लाईफस्टाइल जीवन जीने की आदत पड गई. इसके बाद उसने गांजे की तस्करी छोडकर डाका डालने का काम शुरु किया. उसपर बुलढाणा, अकोला जिले समेत आंध्रप्रदेश, तेलंगना राज्य में भी अपराध दर्ज है.
साखरखेर्डा पुलिस थाना क्षेत्र के मलकापुर पांग्रा स्थित पेट्रोल पंप पर डाका डालकर ढाई लाख रुपए की रकम लूटने वाले चार डकैतों को साखरखेर्डा और अपराध शाखा पुलिस ने गिरफ्तार किया. फिलहाल चारों डकैत पुलिस कस्टडी में है. इसमें से मुख्य अपराधी जितेंद्र चव्हाण को गिरफ्तार करने के लिए तेलंगना राज्य के निर्मल ग्रामीण पुलिस थाने का दल कल 29 नवंबर को साखरखेर्डा पहुंचा है. आरोपी जितेंद्र से पूछताछ की है. मलकापुर पांग्रा स्थित पेट्रोल पंप पर आरोपी विश्वजित सिसोदे, सचिन कलुसे, अक्षय अंभोरे और मुख्य आरोपी जितेंद्र चव्हाण ने डाका डालकर ढाई लाख रुपए की रकम लूटी थी. इतना ही नहीं तो सुलतानपुर-अंजनी रोड के एक पेट्रोल पंप पर डाका डालने का प्रयास किया था, मगर उसमें असफल रहे, आरोपी फरार हो गए. इसमें से तीन आरोपियों को अपराध शाखा पुलिस ने केवल चार दिन में ही आंध्रप्रदेश से गिरफ्तार किया था और जितेंद्र चव्हाण को साखरखेर्डा पुलिस ने शेगांव से गिरफ्तार किया था. तेलंगना राज्य के निर्मल ग्रामीण पुलिस का दल जितेंद्र चव्हाण को गिरफ्तार करने के लिए न्यायालयीन प्रक्रिया पूरी कर रही है.
तेलंगना राज्य में जितेंद्र पर अपराध दर्ज
अकोला जिले के अकोट तहसील स्थित उमरा में रहने वाले जितेंद्र चव्हाण ने सितंबर माह में तेलंगना राज्य के आदिलाबाद और निर्मल जिले में गाडी शोरुम तोडकर लाखों रुपयों की रकम उडा ली थी, इस वजह से उसके खिलाफ वहां अपराध दर्ज है. तबसे निर्मल जिले की ग्रामीण पुलिस और आदिलाबाद की पुलिस जितेंद्र की तलाश कर रही थी. परंतु साखरखेर्डा पुलिस ने आरोपी जितेंद्र चव्हाण को गिरफ्तार कर लिया. अब तेलंगना पुलिस साखरखेर्डा पहुंची है. न्यायालयीन प्रक्रिया पूर्ण होेने के बाद जितेंद्र को अपने साथ ले जाएगी.