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विवाह से पहले भावी पति का टूट गया था हाथ
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दुल्हन ने विवाह तोडने से किया इन्कार, परिजनों ने माना फैसला
बुलडाणा/दि.1 – कुछ समय पूर्व ‘विवाह’ नामक फिल्म काफी हिट हुई थी. इस फिल्म की कहानी से ही मिलती-जुलती एक कहानी बुलडाणा जिले के चिखली तहसील में सामने आयी है. जहां पर एक युवती ने विवाह तय हो जाने के बाद घटित हादसे में एक हाथ से अपंग हो चुके अपने भावी दूल्हे से ही विवाह किया. हालांकि ऐसा करते समय उसे अपने परिजनों के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पडा, लेकिन इस युवती के एक ही सवाल ने सभी को चूप करा दिया. इस युवती ने अपने विवाह का विरोध कर रहे अपने परिजनोें से जानना चाहा कि, अगर यह हादसा विवाह के बाद हुआ होता, तो आप क्या करते. इस सवाल का किसी परिजन के पास कोई जवाब नहीं था. ऐसे में परिवारवालोें को इस युवती की जिद के आगे झुकना पडा.
मिली जानकारी के मुताबिक चिखली तहसील अंतर्गत चांदही निवासी विशाल दिनकर इंगले नामक युवक का विवाह तीन माह पूर्व मंगरूल नवघरे गांव निवासी प्रिया अंकूश घेवंदे नामक युवती के साथ तय हुआ. जिसके बाद दोनों परिवारों में विवाह को लेकर बडे उत्साह के साथ तैयारियां शुरू की गई. साथ ही पेशे से ट्रैक्टर चालक रहनेवाले विशाल और उसकी भावी पत्नी प्रिया ने एक-दूसरे के साथ अपनी जिंदगी गुजारने को लेकर सुनहरे भविष्य के सपने देखने शुरू कर दिये, लेकिन यहीं पर दुर्भाग्य आडे आ गया और विवाह तय होने के बाद विशाल का ट्रैक्टर देउलगांव मही के पास हादसे का शिकार हुआ. इस हादसे में उसका बाया हाथ ट्रक के पहिये के नीचे चला गया. पश्चात उसे तुरंत औरंगाबाद के अस्पताल में इलाज के लिए भरती कराया गया, जहां पर विशाल की जान तो बचा ली गयी, लेकिन ट्रक के नीचे कुचले गये बाये हाथ को डॉक्टरों ने काटकर शरीर से अलग कर दिया. ऐसे में एक हाथ चले जाने की वजह से विशाल के पास से उसका रोजगार भी जाता रहा. ऐसे में वधू पक्ष में इस बात को लेकर चिंता देखी गयी कि, यदि विशाल को अपनी लडकी दी गई, तो वह परिवार का उदरनिर्वाह कैसे करेगा. इस बात की वजह से वधू पक्ष के लोग इस रिश्ते को तोडने की मानसिकता बनाने लगे, लेकिन रिश्ता जुडने के साथ ही मन ही मन विशाल को अपना पति मान चुकी प्रिया ने इस विपरित स्थिति में भी विशाल का साथ नहीं छोडा और उसने अपने परिजनों का विरोध करते हुए कहा कि, यदि यहीं घटना विवाह होने के बाद हुई होती, तो आप सब लोग क्या करते. साथ ही उसने कहा कि, अन्य लोग विवाह के बाद दो हाथ से चार हाथ होते हुए अपनी दुनिया सजाते है, लेकिन हम तीन हाथ से ही अपनी दुनिया सजा लेंगे. प्रिया की इस भूमिका को देखते हुए अंत में उसके माता-पिता ने भी उसके फैसले का आदर किया और विगत 27 नवंबर को कुछ चुनिंदा रिश्तेदारों की उपस्थिति में चांदई गांव में इन दोनों का विवाह संपन्न हुआ.
कई बार केवल मान-अपमान जैसी छोटी-मोटी बातों की वजह से रिश्ते और विवाह टूट जाते है, लेकिन वहीं दूसरी ओर चांदई गांव में हुए विवाह समारोह ने समाज के समक्ष एक शानदार उदाहरण पेश किया है.