बुलढाणा के वैभव भुतेकर ने रचा इतिहास, एमपीएससी में पूरे महाराष्ट्र से रहा दूसरे स्थान पर
ग्रामीण क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले वैभव ने बिना कोचिंग हासिल की सफलता

बुलढाणा/दि.25- महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग (एमपीएससी) की कड़ी परीक्षा को महानगरों, महंगे कोचिंग क्लास और वर्षों की तैयारी की परीक्षा माना जाता है. ऐसे में बुलढाणा के ग्रामीण क्षेत्र से वास्ता रखनेवाले वैभव भुतेकर नामक छात्र ने किसी कोचिंग संस्थान और महानगर में गए बिना सिर्फ अपने स्व-अध्ययन के दम पर राज्य में दूसरा क्रमांक प्राप्त कर सबको चकित कर दिया है.
एमपीएससी की परीक्षा में समूचे महाराष्ट्र राज्य में दूसरे स्थान पर रहनेवाले वैभव बबन भुतेकर मूलत: बुलढाणा तहसील अंतर्गतपाडली गांव के निवासी हैं. कल 24 अक्तूबर को घोषित नतीजों में वैभव का चयन सहायक आयुक्त (समाज कल्याण वर्ग-1) के पद पर हुआ है और उन्होंने पूरे महाराष्ट्र में द्वितीय क्रमांक हासिल किया है. खास बात यह रही कि, वैभव ने अपनी पूरी तैयारी गांव में रहकर, बिना किसी कोचिंग क्लास के अपने दम पर की. उनका कहना है कि नियमित अभ्यास, कठोर परिश्रम और अनुशासनबद्ध नियोजन, इन्हीं तीन सूत्रों ने उन्हें यह सफलता दिलाई.
विशेष उल्लेखनीय यह भी है कि, वैभव ने इससे पहले भी अनेक स्पर्धा परीक्षाओं में सफलता पाई है, जिसके तहत वे 2021 में कर सहायक, मंत्रालय लिपिक, आश्रमशाला गृहपाल तथा 2023 में जालना जिला परिषद शाला में शिक्षक पद पर चयनित हुए थे और वर्तमान में वे शिक्षा क्षेत्र में कार्यरत है. वैभव ने अपने ऐतिहासिक यश का श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया है. ग्रामीण पृष्ठभूमि से निकला यह युवा आज महाराष्ट्र के लाखों विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बन गया है.





