कचरा, प्लास्टिक का अलाव, जहरीले धुएं से फेफड़े काले हो जाएंगे
त्वचा और मस्तिष्क के लिए भी साबित हो सकते हैं घातक

अमरावती/दि.24 – सर्दियों में गर्म रहने के लिए लोग अक्सर कूड़ा-कचरा, प्लास्टिक, टायर और पुराने कपड़े जैसी खतरनाक चीज़ों से अलाव करते हैं. इससे निकलने वाला ज़हरीला धुआं न स़िर्फ फेफड़ों के लिए, बल्कि दिल, आंखों, त्वचा और दिमाग़ के लिए भी नुकसानदेह हो सकता है.
* जिले का पारा 16 डिग्री पर
अमरावती ज़िले में तापमान 16 डिग्री तक गिर जाने के साथ ही शहर और ग्रामीण इलाकों में अलाव कर नागरिक जगह-जगह बैठे नजर आते है. दिनों दिन ठंड बढने से लोग अलाव कर बडी संख्या में बैठे दिखाई देते हैं. सुबह-सुबह और ठंडी रातों में तापमान में और गिरावट देखी जा रही है.
* इसका प्रयोग अलाव में न करें
कचरे को आग में न जलाएं. कचरे में रसायन, रंग और प्लास्टिक के कण होते हैं. इसलिए इससे निकलने वाला धुआं बहुत ज़हरीला होता है. टायरों का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये कार्बन मोनोऑक्साइड और बेंजीन जैसे हानिकारक रसायन उत्पन्न करते हैं. प्लास्टिक, कपड़े और पेंट, गोंद, टैल्कम पाउडर और रबर जैसी रासायनिक सामग्री को जलाना भी खतरनाक हो सकता है.
* यह एक साथ दस सिगरेट पीने जैसा
विशेषज्ञों का कहना है कि प्लास्टिक या टेप के जलने से उत्पन्न धुआं यदि सांस के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है तो इसका प्रभाव एक बार में 8-10 सिगरेट पीने के बराबर होता है.
* फेफड़ों सहित इन अंगों को खतरा
जलते हुए कचरे, प्लास्टिक और टायरों से निकलने वाला धुआं फेफड़ों, हृदय, आंखों, त्वचा, मस्तिष्क, गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य और छोटे बच्चों की श्वसन प्रणाली के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
* कैसी परवाह?
आग जलाने के लिए केवल सूखी लकड़ी या सूखी टहनियों का ही इस्तेमाल करें. ध्यान रखें कि धुआं सीधे आपके चेहरे पर न आए. धुआं कम करने वाली लकड़ी का इस्तेमाल करें, चाहे बहुत ठंड हो.
* अलाव नैसर्गिक इंधन से ही करें
प्लास्टिक, रबर या रसायनों को जलाने से निकलने वाला धुआं फेफड़ों के सूक्ष्म छिद्रों को बंद कर सकता है. इससे अस्थमा, खांसी, सांस लेने में तकलीफ और हृदय पर दबाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. आग केवल प्राकृतिक ईंधन से ही जलानी चाहिए और धुएं से बचना चाहिए.
– डॉ. अनिकेत गोंडाने
* कभी भी बंद स्थान में आग न जलाएं
किसी बंद या आंशिक रूप से बंद स्थान जैसे कि कमरा, गैराज या तम्बू में आग जलाने से कार्बन मोनोऑक्साइड का खतरनाक निर्माण हो सकता है, जिससे सोते समय दम घुटने से मृत्यु हो सकती है.
* भड़कने या अलाव के कारण आग का खतरा
प्लास्टिक, टायर या रासायनिक पदार्थों में अचानक चमक और विस्फोट होने की संभावना रहती है. इसके अलावा, अगर आस-पास सूखी घास या पेड़ हों, तो बड़ी आग लग सकती है.
* बच्चों की रक्षा करें
बच्चों की श्वसन प्रणाली धुएं के प्रति संवेदनशील होती है, इसलिए उन्हें आग से दूर रखना ज़रूरी है. अगर अचानक चिंगारी लग जाए, तो जलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.





