फर्जी प्रमाणपत्र मामले में 505 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज

सोमैया के आने से पहले मनपा ने सिटी कोतवाली में दी शिकायत

* * 505 लोगों पर फर्जी व जाली दस्तावेजों के जरिए जालसाजी का लगाया गया आरोप
* आरोपियों द्वारा दस्तावेजों में दर्ज पते गलत निकलने की बात कही गई
* नामजद आरोपियों में कई महिलाओं का भी समावेश, समुदाय विशेष के लोगों की भरमार
अमरावती /दि.30- फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र मामले को लेकर लगातार आवाज उठा रहे भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया की आज मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा के साथ आयोजित बैठक से ठीक पहले मनपा प्रशासन द्वारा शहर में रहनेवाले 505 लोगों के खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विलंबित जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र हासिल किए जाने को लेकर शिकायत दर्ज कराई गई. मनपा के स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा सिटी कोतवाली पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि, इन 505 आरोपियों में से 155 आरोपी उनके द्वारा दर्ज किए गए पते पर रहते नहीं पाए गए. साथ ही 349 आरोपियों के पते ही अस्तित्व में नहीं है, जिसका सीधा मतलब है कि, इन आरोपियों द्वारा अपने रिहायशी पते को लेकर गलत दस्तावेज पेश करते हुए सरकार के साथ जालसाजी की गई है. इस शिकायत के आधार पर कोतवाली पुलिस ने बीएनएस की धारा 336 (3), 340 (2) व 318 (4) के तहत अपराधिक मामला दर्ज करते हुए जांच करनी शुरु की है. खास बात यह है कि, नामजद किए गए 505 आरोपियों में कई महिलाओं का भी समावेश है. साथ ही इन आरोपियों में से अधिकांश लोग एक समुदाय विशेष से वास्ता रखते है.
अपने द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में मनपा के स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी डॉ. विशाल काले द्वारा कहा गया कि, तहसीलदार तथा तहसील दंडाधिकारी पद से कम दर्जेवाले अधिकारियों द्वारा जारी किए गए जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों को रद्द करते हुए ऐसे प्रमाणपत्रों की सक्षम अधिकारी द्वारा दुबारा जांच किए जाने का सरकार की ओर से आदेश प्राप्त हुआ था. साथ ही इस बारे में पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने भी मनपा आयुक्त व मनपा के स्वास्थ्य विभाग को लिखित पत्र जारी करते हुए मनपा की ओर से दिए गए जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों की जांच-पडताल करने हेतु निवेदन किया था. जिसके बाद मनपा ने अपने सभी जोन कार्यालयों के क्षेत्रीय अधिकारियों को एक तय कालावधि के दौरान जारी हुए जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों की जांच करने के आदेश दिए थे. जिसके बाद क्षेत्रीय अधिकारियों द्वारा जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्रों हेतु प्रस्तुत आवेदनों के साथ जोडे गए दस्तावेजों के आधार पर आवेदकों की ओर से उपलब्ध कराए गए पतों को खोजा गया, तो पता चला कि, कई आवेदकों द्वारा रिहायशी पते के तौर पर फर्जी व बनावटी दस्तावेज पेश किए गए थे और उनके द्वारा दिए गए पते पूरी तरह से गलत है. इसमें से कई आवेदक उनके द्वारा दर्ज पते पर मिले ही नहीं. वहीं कई आवेदकों के पते पूरी तरह से गलत निकले. जिसके चलते स्पष्ट हुआ कि, संबंधित आवेदकों द्वारा फर्जी व झूठे दस्तावेज पेश करते हुए सरकार के साथ जालसाजी करने का प्रयास किया गया. जिसके चलते मनपा के स्वास्थ्य व चिकित्सा अधिकारी द्वारा ऐसे 505 लोगों के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई.
मनपा की ओर से दी गई शिकायत के आधार पर कोतवाली पुलिस द्वारा नामजद किए गए आरोपियों में रंगराव बलिराम जाधव (सोनल कॉलोनी, शेगांव रोड), राम मोरवाल (विलास नगर), मो. फरहान मो. साजीद (सौदागरपुरा), सैयद हुसैन (हाथीपुरा), अ. गफूर अ. रजा (नालसाबपुरा), मो. नजीर मो. तफज्जुल (नागपुरी गेट), मो. अशफाक अ. रहीम (नागपुरी गेट), मो. आबिद मो. अब्दुल्ला (मौलापुरा), मो. अकिल मो. याकूब (तारखेडा), शे. रहिम शे. हनिफ (नालसाबपुरा), इरफान खान सुलेमान खान (तारखेडा), अ. रहमान अ. गफूर (गवलीपुरा), शे. आबिद शे. मोहम्मद (नूर नगर), मो. कामरुन अ. हनान (नूर नगर) तथा कुछ महिलाओं सहित कुल 505 लोगों का समावेश है.
भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया की आज मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा के साथ आयोजित बैठक से ठीक पहले मनपा प्रशासन द्वारा उठाए गए इस कदम के चलते विलंबित जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र हासिल करनेवाले लोगों में अच्छा-खासा हडकंप व्याप्त है. साथ ही अब इसे लेकर चर्चाएं और राजनीति के जमकर गर्म होने के पूरे आसार है.


‘उन्हें’ अगले 10 दिन में घोषित किया जाएगा फरार
* पूर्व सांसद सोमैया ने मनपा व पुलिस की कार्रवाई पर जताया संतोष
इसी बीच आज सुबह 11 बजे के आसपास मनपा आयुक्त सौम्या शर्मा से मिलने पहुंचे भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने आयुक्त से मुलाकात पश्चात मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि, देश में पहली बार किसी मनपा प्रशासन द्वारा इतने बडे पैमाने पर फर्जी प्रमाणपत्रों को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है. इस मामले में मनपा एवं पुलिस की ओर से की जा रही कार्रवाई पर संतोष जताते हुए पूर्व सांसद सोमैया ने कहा कि, जिन 504 लोगों के खिलाफ मनपा प्रशासन द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई है, उन सभी के पते ही गलत निकले है और उन लोगों का हकीकत में कोई अस्तित्व है भी अथवा नहीं, इसे लेकर भी संदेह है. खास बात यह भी है कि, इन 504 लोगों में से 485 लोग एक ही विशिष्ट समुदाय से वास्ता रखते है. जिनमें से 95 प्रतिशत लोगों की आयु 25 से 65 वर्ष के बीच है, यानि यह मामला किसी सोची-समझी साजिश का निश्चित तौर पर हिस्सा हो सकता है. यही वजह है कि, सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली सरकार ने ऐसे मामलों की पडताल करने के लिए विशेष जांच दल गठित किया था. जिसके बाद से ही ऐसे मामले राज्य के अलग-अलग जिलो में उजागर हो रहे है और अमरावती शहर सहित जिले में ऐसे कई मामले अब तक सामने आ चुके है. जिसके चलते अमरावती जिले के अंजनगांव सुर्जी व अचलपुर तथा अमरावती शहर के गाडगे नगर पुलिस थाने में इससे पहले फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों को लेकर संबंधित तहसीलदार कार्यालयों की ओर से दी गई शिकायतों के आधार पर एफआईआर दर्ज हुए थे. वहीं अब अमरावती मनपा प्रशासन द्वारा भी कोतवाली पुलिस थाने में 504 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. इस मामले में नामजद लोगों का यदि अगले 10 दिनों तक कोई अता-पता नहीं चलता है, तो 10 दिन बाद पुलिस द्वारा ऐसे लोगों को फरार आरोपी घोषित करते हुए कार्रवाई को आगे बढाया जाएगा, यह भी अभी से तय है.

 

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