मध्य रेल ने किया शकुंतला ब्रॉडगेज के डीपीआर को मंजूर

शकुंतला रेल बचाओ सत्याग्रह समिति के प्रयास सफल

* लगातार हुए 36 आंदोलनों को मिली अभूतपूर्व सफलता
* वर्ष 2022 में एफएलएस को मिली थी मंजूरी
* आखिरकार वर्ष 2025 में निपटा डीपीआर का मुद्दा
परतवाडा /दि.11 – पिछले सात वर्षों से शकुंतला रेल बचाओ सत्याग्रह समिति अचलपुर ने शकुंतला रेलवे को पुन: चालू करने के लिए विभिन्न अहिंसक विरोध प्रदर्शनों के माध्यम से राज्य और केंद्र सरकारों का ध्यान आकर्षित किया था, एफएलएस को मंजूरी दी गई थी. लेकिन डीपीआर के कारण शकुंतला ब्रॉडगेज का काम रुका हुआ था. सत्याग्रह समिति ने हार नहीं मानी और लगातार 7 वें वर्ष अपनी लडाई जारी रखी. बुधवार को फिर से शकुंतला रेल बचाओ सत्याग्रह समिति के प्रतिनिधि योगेश खानजोडे, डॉ. राजा धर्माधिकारी, विजय गोंडचवार, दयाराम चंदेले ने भुसावल मध्य रेलवे के महाप्रबंधक पुनीत अग्रवाल और भुसावल के मुख्य अभियंता (निर्माण) संदीप सिन्हा के साथ विस्तृत चर्चा की. उन्होंने बैठक में शकुंतला रेलवे की ब्रॉडगेज के संबंध में अब तक सरकारी स्तर पर हुई प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने सत्याग्रह समिति को बताया कि, अचलपुर-मुर्तिजापुर की डीपीआर पहले चरण में पूरी हो गई है.
पिछले कई वर्षों में माहेर फाउंडेशन, आदिवासी प्यारवन संगठन, संस्कार भारती, मानव सेवा समिति, क्रांति ज्योति संगठन, जमाते इस्लामिक हिंद संगठन, मराठा सेवा संघ, व्यापारी संगठन सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों ने समय-समय पर शकुंतला रेल बचाओ समिति के साथ विभिन्न आंदोलनों में योगदान दिया है. लगातार 7 वर्षों तक सैकडों सत्याग्रही जिनमें मुख्य रुप से योगेश खानजोडे, गजानन कोल्हे, डॉ. राजा धर्माधिकारी, राजेश अग्रवाल, दीपा तायडे, शारदा उइके, कमल केजरीवाल, राजकुमार बरडिया, वसंत धोबे, संजय डोंगरे, सुरेश प्रजापति, प्यारेलाल प्रजापति, रामदास मस्ने, दयाराम चंदेले, विजय गोंडचावर, संतोष नरेडी, राजेंद्र जयसवाल, दीपाली विधले, राजेश पांडे, किरण गवई, मुरलीधर ठाकरे, शंकर बरखडे, किरण वदुरकर, बेबीताई वजले, उज्वला मकोडे, डॉ. दीपक गुल्हाने और अन्य ने विभिन्न आंदोलनों में अथक प्रयास किए.
* सांसद वानखडे भी थे सतत प्रयासरत्
इस मामले पर सांसद बलवंत वानखडे ने विगत 22 मई 2025 को रेलवे बोर्ड के सामने यह विषय रखा था. जहां रेलवे प्रशासन ने मुर्तिजापुर-अचलपुर सेक्शन के नैरोगेज लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पूरा किया है. जिससे अब डीपीआर तैयार किया जा सकेगा. सांसद वानखडे ने हाल ही में 1 अगस्त 2025 को पुनश्च रेलवे मंत्रालय को पत्र देकर शकुंतला को तुरंत नैरोगेज लाइन से ब्रॉडगेज लाइन पर परिवर्तन करने की मांग की थी. जो कि पूर्ण हो चुकी है.

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