सीजीएसटी के सहायक आयुक्त अग्रवाल का शिकायत निवारण का वादा
प्रत्येक तीन माह में आयेंगे

* अमरावती सहित संपूर्ण राज्य में वन विभाग तैयार करेगा 47 एकीकृत नर्सरी * अमरावती में 6 नर्सरी में उगाए जाएंगे पौधे
* वनीकरण विभाग की शेष नर्सरी से पौधों का होगा वितरण
अमरावती/दि.18 –प्रदेश सरकार के वन विभाग की ओर से राज्य भर में अब 47 एकीकृत (इंटीग्रेटेड) नर्सरी स्थापित की जाएगी. अधिकारी ने बताया कि वन व सामाजिक वनीकरण विभाग की लगभग 280 नर्सरी है. इसमें से 47 नर्सरी को एकीकृत नर्सरी के रूप में विकसित किया जाएगा. एकीकृत नर्सरी में पौधा उगाने का काम किया जाएगा. शेष नर्सरी में पहले की तरह पौधा वितरण का काम शुरू रहेगा. अमरावती संभाग में ऐसी 8 नर्सरी में पौधे उगाए जाएंगे. साथ ही 5 टीशू कल्चर लैब बनाने की परिकल्पना में अमरावती का भी समावेश है.
एकीकृत नर्सरी में अत्याधुनिक तरीके से विभिन्न प्रकार के पौधे विकसित किए जा सकेंगे. जिला स्तर पर योजना बध्द तरीके से ज्यादा पौधे उगाए जा सकेंगे. फिलहाल नर्सरी में अलग-अलग पौधो को उगाया जाता था. इसके लिए खर्च भी अधिक होते हैं. इसके बजाय एकीकृत नर्सरी में एक ही जगह पर पौधे उगाए जाएंगे. इसके एकीकृत नर्सरी बनाए जाने से पौधा वितरित का काम आसानी से हो सकेगा. अधिकारी ने बताया कि वनमहोत्सव के समय नर्सरी के पौधो को सरकारी व अर्धसरकारी कार्यालयों, कॉलेजों और दूसरे संस्थानों को निर्धारित दर पर वितरित किया जाता है. इसके साथ ही सेना को मुफ्त में पौधे दिए जाते है.
* शहापुर और डहाणु में एकीकृत नर्सरी
ठाणे के शहापुर तहसील के वशिंद और पालघर के डहाणु तहसील के भराड गांव में एकीकृत नर्सरी बनाई जाएगी. पुणे के आंबेगाव, सोलापुर के बार्शी, सातारा के कराड व खंडाला समेत कई जिलों में एकीकृत नर्सरी तैयार की जाएगी.
* पांच टिशू कल्चर लैब बनाने की योजना
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश के वन मंत्री गणेश नाईक ने पांच टिशू कल्चर लैब बनाने की परिकल्पना की है. पुणे, नागपुर, छत्रपति संभाजीनगर, अमरावती और उत्तर महाराष्ट्र विभाग एक-एक टिशू कल्चर लैब स्थापित करने की योजना है. इसके लिए नागपुर स्थित प्रधान मुख्य वन संरक्षक कार्यालय के माध्यम से प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. फिर वन विभाग की मंजूरी के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) बनाया जाएगा. इन पांचों विभागों में टिशू कल्चर लैब के लिए ऐसी जगह को चिन्हित किया जाएगा. जहां से पूरे राज्य में पौधों के वितरण में आसानी हो सकेगी.
* क्या है टिशू कल्चर लैब
आमतौर पर पौधे बीज और कलम से तैयार किए जाते है. टिशू कल्चर विधि में छोटी से पत्ती, जड और तने से पौधे तैयार किए जाते है. टिशू कल्चर विधि से उगाए गए पौधे में रोग नहीं लगते है. टिशू कल्चर विधि से विभिन्न प्रजातियों के पौधोें को विकसित किया जाएगा.
* विभागवर एकीकृत नर्सरी
विभाग संख्या
ठाणे-पालघर- रायगड 3
पुणे 7
नागपुर 8
अमरावती 6
नाशिक 11
छत्रपति संभाजीनगर 12
कुल 47





