जिला परिषद की शालाओ में हो रहा बदलाव

विद्यार्थियो के लिए चलाए जा रहे है विविध उपक्रम

अंबाडा /दि.16 – जिला परिषद की शालाए में पिछले कुछ वर्षो से ग्रामीण भाग ेेमें शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव लाते दिखाई दे रही है. पहले जहां शालाओं मे गलते छप्पर, टूटे हुए बेंच मर्यादीत साधन सामग्री दिखाई देती थी. वहीं आज प्रकाशमान क्लास रूम, स्मार्ट बोर्ड, प्रोजेक्टर, संगणक सुविधा और प्रशस्त शाला परिसर दिखाई दे रहा हैं.शालाओ में अब विद्यार्थियों के लिए. सीबीएसी अभ्यासक्रम भी शुरू कर दिया गया हैं.
जिले में कुल 1557 जिला परिषद की शालाओ का समावेश हैं. उसमें से ‘पीएमश्री’योजना अंतर्गत 300 शालाएं हैं. इन शालाओ में विद्यार्थियोें को आधुनिक तकनीक सहित शिक्षा के अवसर दिए जाने के लिए विविध उपक्रम चलाए जा रहे हैं. जिसमे शाला की कक्षाओ कि दिवारो पर प्रेरणा दायी संदेश लिखकर सजाया जा रहा हैं. इसमे विशेष यह हैें की मेलघाट क्षेंत्र की शाला है भी बदलाव मे साथ दे रही हैं. वहां की कठीन भौलोगिक परिस्थिती होने के बाद भी शालाएं आधुनिक सुविधा और नए नए उपक्रमो से ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षण को मजबुत बना रही है और छोटे-छोटे गावों मे शिक्षा पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य जिला परिषद शाला कर रही है.

पहले जिप शालाओं मे साधन कम थे.
पहले जिप की शालाओं में साधन कम थे. लेकिन शिक्षको की निष्ठा ओर उनका मार्गदर्शन अपार था. उन्होंने हमे केवल शिक्षा नहीं दी बल्कि आत्मविश्वास, अनुशासन और मेहनत करना सिकाया आज शालाएं आधुनिक हो गई हैे.
ईश्वर सरोदे पूर्व विद्यार्थी
* मोर्शी तहसील की जिप शालाओ का चेहरा मोहरा बदला
मोर्शी तहसील के ग्रामीण क्षेत्रो की जिप शालाओ का चेहरा मोहरा बदला हैं. अब हमारा उद्देश्य प्रत्येक शालाओ को ‘स्मार्ट शाला’ बनाने का है. जिसके लिए प्रशासन सतत प्रयासरत है.
नितीन उंडे
गुट शिक्षणाधिकारी मोर्शी
* प्रशासन शिक्षा की ओर गंभीरता से दे रहा है ध्यान
हमारो समय में शालाओ मेंं केवल ब्लॅक बोर्ड व खडू और कुछ बेंचेस कि ही सुविधा होती थी. लेकिन अब प्रशासन सहि मायनो में शिक्षा की ओर गंभीरता से ध्यान दे रहा हैं.
सुरेश झाडे
सेवानिवृत्त मुख्याध्यापक

 

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