फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में 53 के खिलाफ चार्जशीट दायर
ग्रामीण पुलिस ने अदालत में पेश की 2500 पन्नों की चार्जशीट

* एसआईटी ने फर्जी प्रमाणपत्र मामले में अपनी जांच की पूरी
अमरावती/दि.23 – फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने को लेकर दर्ज तीन मामलों की जांच पूरी करते हुए ग्रामीण पुलिस की एसआईटी ने 12, 18 व 22 सितंबर को अदालत में तीन स्वतंत्र चार्जशीट पेश की. 2500 से अधिक पन्नोवाली इस चार्जशीट में कुल 53 आरोपी दर्शाए गए है. जिन पर फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर जन्म प्रमाणपत्र हासिल करने का आरोप लगाया गया है. इससे पहले अचलपुर व अंजनगांव सुर्जी पुलिस थानो में दर्ज तीन मामलों में कुल 11 आरोपी थे. वहीं एसआईटी द्वारा की गई जांच के बाद इसमें 42 आरोपी बढ गए. अचलपुर पुलिस थाने में दर्ज एक मामले में 22 तथा अंजनगांव सुर्जी पुलिस थाने में दर्ज एक मामले में 25 व दूसरे मामले में 6 ऐसे कुल 53 आरोपियों के खिलाफ तीन स्वतंत्र चार्जशीट में दोषारोप तय किए गए.
बता दें कि, जिले के अंजनगांव सुर्जी व अचलपुर तहसीलों में जन्म प्रमाणपत्रों में रहनेवाले त्रुटियों को लेकर दर्ज तीन मामलो की एकत्रित जांच के लिए पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद द्वारा 26 अगस्त को विशेष जांच पथक यानि एसआईटी का गठन किया गया था. पुलिस निरीक्षक नितिन देशमुख के नेतृत्व में गठित एसआईटी में शामिल पीएसआई विष्णु राठोड व अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने विगत 7 माह से प्रलंबित इन मामलों की जांच को गति दी थी और 26 अगस्त से लेकर सितंबर माह के पहले पखवाडे के बीच ही तीनों मामलों से संबंधित हजारों दस्तावेजों की पडताल की थी. जिसके चलते आरोपियों की संख्या 11 से बढकर 53 पर जा पहुंची. इसके बाद पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन के तहत दोषारोपपत्र तैयार करते हुए अचलपुर व अंजनगांव सुर्जी की अदालतो में चार्जशीट पेश की गई. जिस पर अब जल्द ही सुनवाई शुरु होने की पूरी उम्मीद है.
ज्ञात रहे कि, कुछ माह पहले ही भाजपा नेता व पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गैरकानूनी तरीके से तहसील कार्यालयों के जरिए जन्म प्रमाणपत्र हासिल करनेवाले लोगों के खिलाफ मोर्चा खोला था तथा आरोप लगाया था कि, महाराष्ट्र के अलग-अलग जिलो में चोरी-छिपे तरीके से आकर रहनेवाले बांग्लादेशी व रोहिंग्या जैसे अवैध घुसपैठियों द्वारा बडे पैमाने पर इस तरह से जन्म प्रमाणपत्र हासिल किए गए है. जिसके तहत अमरावती जिले में भी हजारों की संख्या में ऐसे फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी हुए है. यह जानकारी सामने आते ही जिला प्रशासन में अच्छा-खासा हडकंप मच गया था. साथ ही पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने जिलाधीश व पुलिस आयुक्त के साथ कई दौर की बैठके करने के साथ ही कई पुलिस थानों मे जाकर फर्जी दस्तावेज वाले जन्म प्रमाणपत्रों के सबूत भी पेश किए थे. ऐसे में मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधीश के आदेश पर समिति गठित कर पूरे मामले की सघन जांच की गई. जिसके बाद शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में गलत तरीके जन्म प्रमाणपत्र दिए जाने के कई मामले एक के बाद एक उजागर हुए. ऐसे में विगत 7 माह से ऐसे मामलों की प्रलंबित पडी जांच को गति देने हेतु शहर पुलिस आयुक्तालय एवं ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय द्वारा अपने-अपने कार्यक्षेत्र अंतर्गत दर्ज मामलों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था और अब ग्रामीण पुलिस की एसआईटी ने अपनी जांच को पूरा करते हुए अदालत में 53 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी है.





