कफ सिरप की बच्चों को जरूरत नहीं
सभी अस्पतालों को स्वास्थ्य विभाग के निर्देश

* दवा सप्लाई पर निगरानी
अमरावती/दि. 6- देश के कुछ भागों में कफ सिरप के सेवन से बच्चों की हो रही कथित मृत्यु के मामले को आखिर स्वास्थ्य विभाग ने गंभीरता से लिया हैं. जिले के सभी शासकीय अस्पतालों को गाइडलाइन जारी की गई हैं. जिसके अनुसार 2 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कफ सिरफ न देने के स्पष्ट निर्देश दिए जाने की पुष्टि जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले ने की.
उल्लेखनीय हैें कि मध्यप्रदेश के कुछ बच्चों की उपचार दौरान नागपुर में ही एक के बाद एक मौत होने से खलबली मची हैं. अभिभावक चिंतीत और सतर्क हो गए हैं. ऐसे में स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया हैं. अस्पतालों को दवा सप्लाई पर भी निगरानी की जा रही हैं. अद्यतन दवाईयां देने के निर्देश सप्लाय कंपनियों को दिए गए हैं.
क्या कहते हैं सीएस
सीएस डॉ. दिलीप सौंदले से बात की तो उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के निर्देश प्राप्त होने की तसदीक करते हुए बताया कि छोटे बच्चों को सर्दी और खांसी की शिकायत रहने पर भी कफ सिरप न देने के निर्देश मिले है. अन्य उपायों से सर्दी- खांसी ठीक करने कहा गया हैें. डॉ. सौंदले ने बताया कि कफ सिरप के कारण छोटे बच्चों की किडनी पर परिणाम होने की आशंका रहती हैं. बच्चे के गंभीर रहने पर डॉक्टर्स को सूचित किया गया हैें कि कैसे और क्या उपचार अपनाना हैं.
दवा सप्लाई पर ध्यान
जिला अस्पताल के दवा भंडार प्रमुख राजेंद्र सिरसाठ ने बताया कि स्टोअर की सभी दवाईंयां दर्ज रहती हैं. उनके एक्सपायर होने का समय भी तय रहता है. इसका बराबर नोट रखा जाता हैं. यह सूची लगभग रोज ही अपडेट होती हैं. दवाई एक्सपायर होने के तीन महीने पहले ही उसे उपयोग में ला लिया जाता हैं. एक्सपायर माल शीघ्र लौटा दिया जाता है. …..ताकि रोकी जा सके सप्लाय
महाराष्ट्र एफडीए ने बताया, तमिलनाडू ड्रग कंट्रोल अधिकारियों के साथ बैच की आपूर्ति श्रृंखला ट्रैक की जा रही है, ताकि राज्य में इसकी बिक्री रोगी जा सके. सभी ड्रग इंस्पेक्टरो, सहायक आयुक्तों को निर्देश दिया है कि वे दुकानदारो, अस्पतालों को तुरंत अलर्ट करें और स्टॉक मिले, तो सीज करें. एफडीए ने कहा केस में जरूरी कदम उठाए जा रहे है. एफडीए कमिश्नर राजेश नार्वेकर ने बताया, हमारी ओर से इंस्पेक्शन जारी है.
ओवर द काउंटर बिक्री पर लगे प्रतिबंध
इंडियन पीडियाट्रिक असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वसंत खलातकर ने बताया कि कि बिना प्रिस्क्रिप्शन मिलनेवाले कफ सिरप, खासकर 5 साल से कम उम्र के बच्चो के लिए खतरनाक हो सकते है. इसलिए बिना प्रिस्क्रिप्शन बिक्री न हो अस्थमा से पीडित बच्चों को ड्राई कफ सिरप बिल्कुल नहीं देना चाहिए. क्योंकि इससे अस्थमा के दौरे बढ सकते है और सांस संबंधी तकलीफें गंभीर हो सकती है. आईएपी पहले ही यह स्पष्ट कर चुका है कि ड्राई कफ सिरप का उपयोग टालना चाहिए और केवल योग्य पीडियाट्रिशियन की सलाह पर दवा दी जानी चाहिए.





