धामणगांव में हाई स्पीड नंबर प्लेट सेंटर न होने से नागरिक परेशान
सरकार की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा

* जिला प्रशासन द्वारा ध्यान देने की मांग
धामणगांव रेलवे/दि.30–धामणगांव तहसील में करीब 10 हजार से अधिक दुपहिया, तिपहिया, चारपहिया और भारी वाहन पंजीकृत हैं. बावजूद इसके, आज तक यहां हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट का कोई अधिकृत सेंटर शुरू नहीं किया गया है. इससे नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
* क्या है एचएसआरपी और क्यों है आवश्यक?
भारत सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए देशभर में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट को अनिवार्य किया गया है. यह नंबर प्लेट विशेष एल्यूमीनियम से बनी होती है और इसमें एक विशेष लेजर कोड तथा रेट्रो रिफ्लेक्टिव शीट होती है, जो नंबर प्लेट की छेड़छाड़ से रक्षा करती है. साथ ही इससे वाहन की पहचान ट्रैफिक सिस्टम में तेज और सटीक ढंग से की जा सकती है.
* सरकार का उद्देश्य
चोरी हुए वाहनों की पहचान तेजी से हो सके, फर्जी नंबर प्लेट का उपयोग रोका जा सके,ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके, वाहन पंजीकरण प्रणाली को अधिक पारदर्शी और डिजिटल बनाया जा सके.
* स्थानीय नागरिकों को भारी परेशानी
हाई स्पीड नंबर प्लेट अनिवार्य होने के बाद से धामणगांव के वाहनधारकों को नंबर प्लेट लगवाने के लिए अमरावती जिला मुख्यालय तक जाना पड़ रहा है. इससे नागरिकों को न केवल समय गंवाना पड़ रहा है, बल्कि ईंधन खर्च, परिवहन खर्च और कार्य से छुट्टी जैसी समस्याएं भी झेलनी पड़ रही हैं.
स्थानीय निवासी तथा शहर काँग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रदीप मूंधड़ा का कहना है, हमारे शहर में 10 हजार से ज्यादा वाहन हैं, फिर भी यहां एचएसआरपी सेंटर नहीं खुला है. हर बार अमरावती जाना पड़ता है, जो बहुत ही असुविधाजनक है.
* नागरिकों की प्रशासन से मांग
स्थानीय नागरिकों, सामाजिक संगठनों तथा वाहनधारकों ने मांग की है कि धामणगांव रेलवे में जल्द से जल्द एक अधिकृत एचएसआरपी सेंटर की स्थापना की जाए ताकि उन्हें बार-बार जिला मुख्यालय के चक्कर न काटने पड़ें और सरकार की योजना का वास्तविक लाभ आम जनता को मिल सके. यह एक बुनियादी सुविधा है जो सड़क सुरक्षा से सीधे तौर पर जुड़ी है, इसलिए प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि इस दिशा में तुरंत संज्ञान लिया जाएगा और स्थानीय नागरिकों को राहत प्रदान की जाए.





