राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के 10 वें अधिवेशन के उद्घाटक होंगे सीएम फडणवीस

गोवा में 7 अगस्त को अधिवेशन

नागपुर /दि.17– राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ का 10 वां अधिवेशन गोवा युनिवर्सिटी के पास सांताक्रूज के डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी इनडोअर स्टेडीयम में 7 अगस्त को होने जा रहा है. इस अधिवेशन का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस करनेवाले है. गोवा राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत प्रमुख निमंत्रित, प्रमुख अतिथि के रूप में हंसराज अहिर, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, ओबीसी मंत्री अतुल सावे, सहकार मंत्री सुभाष शिरोडकर , गोवा के मंत्री निलकांत हलंकार , सुभाष फलदेसाई, सांसद प्रतिभा धानोरकर, डॉ. नामदेव किरसान, विधायक नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार, सुधाकर अडबाले, अभिजित वंजारी, डॉ. परिणय फुके, ओबीसी कमीशन गोवा चेअरमैन मनोहर अडपोइकर, विधायक जीत आरोलकर, संकल्प आमोनकर, दामु नाईक, वीरेश बोरकर, परमेंद्र शेठ, संजय दरेकर, देवराव भोंगले, महादेव जानकर, पूर्व सांसद राजकुमार सैनी, अशोक वालन विशेष निमंत्रित रहनेवाले है. नागपुर आवृत्ति के निवासी संपादक देवेंद्र गावंडे का ‘ओबीसी का भविष्य’ विषय पर भाषण होनेवाला है.
महासंघ हर वर्ष केेंंद्र व राज्य सरकार के पास विविध मांगों के लिए 7 अगस्त को अधिवेशन आयोजित करता रहता है. केंद्र सरकार द्बारा तत्काल जाती निहाय जनगणना की जाए, आरक्षण की मर्यादा 50 प्रतिशत से हटाई जाए और जनसंख्या के प्रमाण में आरक्षण दिया जाए, ओबीसी आबादी के प्रमाण में वित्तीय बजट में प्रावधान किया जाए, स्वतंत्र केंद्रीय ओबीसी मंत्रालय की स्थापना की जाए. 4 मार्च 2021 के सर्वोच्च न्यायालय के मुताबिक रद्द किया गया ओबीसी का स्थानीय स्वराज्य संस्था का राजनीतिक आरक्षण पूर्ववत शुरू करने के लिए संविधान की धारा 243 डी (6) और 243 टी (6) में सुधार किया जाए, देश के ओबीसी को जनसंख्या की तुलना में 27 फीसद राजनीतिक आरक्षण लागू किया जाए, 13 सितंबर 2017 से क्रिमिलेअर की मर्यादा नहीं बढी है. ओबीसी समाज को लगाई गई क्रिमिलेअर की घटनाबाह्य शर्त तत्काल रद्द की जाए और वह रद्द होने तक मर्यादा 20 लाख की जाए, प्रत्येक जिले के तहसील स्तर पर ओबीसी युवक और युवतियों के लिए आवश्यकता के मुताबिक स्वतंत्र वसतीगृह स्थापित किया जाए, महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को मरणोत्तर ‘भारतरत्न पुरस्कार’ बहाल किया जाए, ओबीसी प्रवर्ग के किसान और खेतिहर मजदूरों को आयु के 60 वर्ष के बाद पेंशन योजना लागू की जाए आदि सहित विविध प्रलंबित मांगे इस अधिवेशन में की जाएगी. इस अधिवेशन में ओबीसी बंधुओं को उपस्थित रहने का आवाहन महासंघ के अध्यक्ष डॉ. बबनराव तायवाडे, महासचिव सचिन राजूरकर, राष्ट्रीय ओबीसी किसान महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रकाश साबले प्रा. शेषराव येलेकर ,गोवा के अध्यक्ष मधु नाईक, महासचिव सर्वेश बांदोडकर, शरद वानखेडे, गुणेश्वर आरिकर , डॉ. प्रकाश भागरथ, सुषमा भड, ज्योति ढोकणे, रत्नमाला पिसे, सुभाष घाटे ने किया है. इस ओबीसी अधिवेशन में अमरावती जिले के राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के पदाधिकारियों को उपस्थित रहने का भावनीक आवाहन राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अमरावती जिलाध्यक्ष अनिल ठाकरे, राष्ट्रीय समन्वयक राहूल तायडे, उपाध्यक्ष अजीज पटेल, रितेश हेलोंढे पाटिल, तहसील अध्यक्ष शेखर अवघड, युवा आघाडी के जिलाध्यक्ष नितीन पवित्रकार, भालचंद्र पोल्हाड, अतुल खुले, निलेश चौधरी व सभी जिला पदाधिकारियों ने किया है.

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