आवी-आवी नोरतानी रात मारी सहियर…. गरबे रमवा आवो

नवरात्रोत्सव के आते ही चनिया चोली की बाजारों में धूम

* रासगरबा के लिए महिलाएं हर दिन रंगबीरंगी कपडो करती है परिधान
* राजस्थान और गुजरात से शहर में आते है यह डे्रस
अमरावती/दि.10- नवरात्रोत्सव के शुभारंभ को अब केवल 11 दिन शेष रहे है. इस कारण सभी तरफ तैयारियां शुरू हो गई है. इस वर्ष नवरात्रोत्सव 10 दिन का है. 10 दिन रासगरबा चलनेवाला है और 11 वें दिन यानी 2 अक्तूबर को दशहरा रहेगा. 10 दिनों तक इस बार गरबे की धूम रहने से गरबे के शौकिनों में भारी उत्साह है. विशेष कर महिला और युवतियों ने अभी से रासगरबा और डांडीया रास के लिए अभी से चनिया चोली की खरीदी शुरू कर दी है. गुजरात और राजस्थान से अंबानगरी में आकर्षक रंगों में यह डे्रस आ गए है.
शक्ति उपासना का महापर्व शारदीय नवरात्रोत्सव आगामी 22 सितंबर से शुरू हो रहा है. नवरात्र यह एक प्रमुख पर्व है. नवरात्रि के 9 दिन देवी के नौ रूप को समर्पित है. इस वर्ष तीज दो दिनों की है. इस कारण 10 दिन की नवरात्र रहनेवाली है. नवरात्र के दिनों में शहर में आयोजित होनेवाले गरबा उत्सव में नए कपडो का ट्रेंड देखने मिलता है. विशेष कर महिलाएं और युवतियां रासगरबा के लिए चनियाचोली का ज्यादातर इस्तेमाल करती है. चनियाचोली परिधान कर गुजराती गरबा की धून पर वह माताजी के ‘चाचर के चौक में’ बडी आस्था व उत्साह के साथ गरबा खेलती है. अमरावती शहर में देवी के मंदिरों के अलावा अब विभिन्न स्थानों पर गरबा उत्सव होनेवाला है. जहां बडी संख्या में महिला-पुरूष और युवक-युवतियां रास गरबे का आनंद लेने के लिए जाती है. नवरात्रोत्सव मंडल द्बारा इस उत्सव को धूमधाम से मनाने की तैयारियां शुरू हो गई है. इस उत्साह को देखते हुए शहर में गरबा के ड्रेसेस और आर्टिफिशियल आभूषण के बाजार सजने लगे है. गरबे के लिए लगनेवाले कपडे, आभूषण और अन्य मैचिंग वस्तु खरीदी के लिए युवाओं की बाजार में भीड बढने लगी है. इस उत्सव में रासगरबा विशेष रहता है. नौ रंग के कपडे परिधान करने के लिए एक माह से ही तैयारी शुरू हो जाती है. इस बार बाजार में नवरात्र निमित्त फैशन ट्रेंड देखने मिल रहा है. गुजरात और राजस्थान के ड्रेसेस की अधिक मांग है. अनेक लोग विविध रंगों के कपडो का इस्तेमाल कर देवी का आशिर्वाद मिलता है. इस आस्था में 9 दिन 9 रंगों के कपडे परिधान करते है. इस मांग को देखते हुए व्यवसायी भी गरबा के लिए गुजरात से आकर्षक कपडे लाकर दूकानों में सजाने लगे है.
* चनियाचोली की विशेष मांग
डांडीया और गरबा के लिए हाथों से बुनी हुई आकर्षक डिजाईन की चनियाचोली समेत सनेडो, रजवाडी, मयुरी नेट, रामलीला झुमका, नवरंग कच्छी वर्क, फैन्सी धोती, काठियावाडी ड्रेस और नक्शी काम किए जैकेट की इस बार काफी मांग है. युवक -युवतियो की यह आकर्षक ड्रेस 1500 से 2000 रुपए तक बाजारों में है.
* ऑक्साईड ज्वेलरी की मांग
श्रृंगार के लिए आर्टिफिशियल ज्वेलरी बाजारों में आ गई है. अनेक ज्वेलरी राजकोट, अहमदाबाद, बडोदा और सूरत व कच्छ से यहां आती है. घागरा और चनियाचोली पर ऑक्साईड ज्वेलरी खिली हुई दिखाई देती है. बाजार में नेक्लेस, चोकर, पेडंस समेत अंगूठी, झुमके, कमर पट्टा, लोकर और मोती से बनी आकर्षक ज्वेलरी भी बिक्री के लिए आ गई है. आकर्षक ज्वेलरी का क्रेझ रासगरबा प्रेमियों के लिए दिखाई दे रहा है.

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