दर्यापुर में ऐन पालिका चुनाव प्रचार दौरान कांग्रेस को धक्का
दत्ता पाटिल शंभरकर हुए भाजपावासी

* पार्टी पर लगाया 14 वर्षो की सेवा की अनदेखी का आरोप
दर्यापुर / दि. 27- नगर परिषद के चुनाव के मतदान को कुछ ही दिन शेष रहते यहां कांग्रेस को बडा आघात पहुंचा. जब उसके बडे कार्यकर्ता, पदाधिकारी दत्ता पाटिल कुंभारकर अपनी पत्नी और सैकडों कार्यकर्ताओं के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये. उन्होंने नगराध्यक्ष चुनाव में बीजेपी की नलिनी भारसाकले का साथ देने का ऐलान किया. बीजेपी विधायक प्रकाश पाटिल भारसाकले ने दत्ता कुंभारकर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं का बीजेपी में स्वागत किया. भारसाकले के निवास पर हुए इस प्रवेश के समय सभी ने नलिनी ताई आगे बढो के जोरदार नारे बुलंद किए . शंभरकर का कांग्रेस छोड सीधे बीजेपी में प्रवेश सांसद बलवंत वानखडे के लिए भी झटका बताया जा रहा है. 2 दिसंबर को यहां पालिका चुनाव का मतदान होना है.
नगराध्यक्ष के थे दावेदार
दत्ता कुंभारकर पाटिल कांग्रेस के नगराध्यक्ष पद के दावेदार थे. उन्होंने पार्टी से अपने गत डेढ दशक के कार्य के बूते उम्मीदवारी चाही थी. बीजेपी में एन्ट्री पश्चात मीडिया से बात करते हुए दत्ता पाटिल ने यह बात भी बोलकर बताई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को पूरी तहसील में बढाने और मजबूत करने के लिए उन्होंने स्वयं को झोंक दिया था. किंतु जब नगराध्यक्ष चुनाव की बात आयी तो कांग्रेस ने सामान्य कार्यकर्ता को दरकिनार कर पैसे वालों को उम्मीदवारी दिए जाने का आरोप दत्ता पाटिल ने किया.
प्रकाश पाटिल के पास विकास का विजन
जब पूछा गया कि आप बीजेपी में क्यों प्रवेश कर रहे हैं तो दत्ता पाटिल ने कहा कि विधायक प्रकाश पाटिल भारसाकले के नेतृत्व में उन्हें विश्वास है. प्रकाश पाटिल के पास विकास का विजन है. दर्यापुर में सही मायने में तरक्की हो सकती है. केन्द्र और राज्य में बीजेपी की सरकारें है. इसका निश्चित ही दर्यापुर को लाभ होनेवाला है.
कांग्रेस में रोकने की कोशिश
दत्ता कुंभारकर पाटिल ने दावा किया कि वर्षो तक काम करने के बाद कांग्रेस में उनकी कद्र नहीं हुई. जब भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश का डिसीजन किया तो कांग्रेस के कुछ लोगों ने उन्हें रूकने की सलाह दी. रोकने की कोशिश की. दत्ता पाटिल ने कहा कि एकनिष्ठ कार्यकर्ता की कद्र नहीं हुई. अब पार्टी में क्या न्याय मिलेगा ? यह सोचकर उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया.
कांग्रेस को झटका
दत्ता कुंभारकर पाटिल का बीजेपी में प्रवेश निश्चित ही कांग्रेस के लिए धक्का दायक बताया जा रहा है. यहां से सांसद बलवंत वानखडे भी होने के कारण कांगे्रेस पार्टी के लिए कुंभारकर और कार्यकर्ताआेंं का बीजेपी में जाना एक झटका जान का मान रहे हैं. उसी प्रकार यहां की नगराध्यक्ष पद की प्रतिष्ठापूर्ण लडाई को देखते हुए भी बीजेपी का पलडा भारी करनेवाला माना जा रहा है.





