निजी बस सेवाओं की किराया वृद्धि पर नियंत्रण रखें
सुराज्य अभियान की मांग

* क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी उर्मिला पवार को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.10 -नागरिकों के लिए त्योहारों का समय परिवार से मिलने, यात्रा करने और अपने गांव जाने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है. हालांकि, हर वर्ष दिवाली, दशहरा, गणेशोत्सव, क्रिसमस, नववर्ष आदि त्योहारों के समय निजी बस ऑपरेटर और ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म टिकट दरों में कई गुना बढ़ोतरी करते हैं. इससे नागरिकों की लूट और आर्थिक शोषण तो होता ही है, लेकिन इससे भी अधिक महत्वपूर्ण बात यह है कि जिन नागरिकों को इस बढ़ी हुई दरों के कारण यात्रा करना संभव नहीं होता, वे वंचित रह जाते हैं. महाराष्ट्र सरकार ने पहले ही घोषणा की है कि त्योहारों के समय बस टिकट के किराए में अधिकतम 1.5 गुना तक ही वृद्धि की अनुमति है. तथापि, कई मार्गों पर इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है. इस संदर्भ में सरकार को त्योहारों से पहले ही आवश्यक जांच, नियंत्रण और कार्रवाई के आदेश जारी करने चाहिए, जिससे यात्रियों का शोषण बंद हो और सार्वजनिक परिवहन पर विश्वास बना रहे. ऐसी मांगों का ज्ञापन 9 अक्टूबर को हिंदू जनजागृति समिति के सुराज्य अभियान की ओर से अमरावती की क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी उर्मिला पवार को सौंपा गया.
सुराज्य अभियान की ओर से मांगें व सुझाव रखे गए. सभी मार्गों पर ऑनलाइन और ऑफलाइन बस टिकट दरों के निरीक्षण के लिए एक स्वतंत्र नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल सेल) स्थापित किया जाए, सभी प्लेटफॉर्म और ऑपरेटरों को सरकार द्वारा निर्धारित 1.5 गुना सीमा का पालन अनिवार्य रूप से कराना चाहिए, टिकट दर वृद्धि तथा निजी बस ऑपरेटर और ऑनलाइन टिकट बुकिंग प्लेटफॉर्म से संबंधित शिकायत दर्ज करने के लिए नागरिकों को व्हाट्सऐप हेल्पलाइन और ऑनलाइन शिकायत पोर्टल उपलब्ध कराया जाए और इसकी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. तथा नियमों का उल्लंघन करने वाले ऑपरेटर, एजेंट और प्लेटफॉर्म के खिलाफ तत्काल दंडात्मक कार्रवाई की जाए. और सभी जिला परिवहन कार्यालयों द्वारा त्योहारों के समय की दर वृद्धि का साप्ताहिक रिपोर्ट तैयार किया जाए, आदि मांगे और सुझाव संगठन की ओर से दिए गए. ज्ञापन देते समय हिंदू जनजागृति समिति के सचिन वैद्य, प्रदीप गर्गे, गिरिश जामोदे, संजय चौधरी, तथा हिंदूत्वनिष्ठ रत्नाकर चरड़े, गजानन जवंजाल, शंतनु अंबुलकर उपस्थित थे.





