शिकंजा : पिछले 8 महिनों में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान तेज

जिलें में बिजली चोरी के 1,876 मामले उजागर

* 7,47,69,000 कुल धनराशि (दंड सहित)
* 1,814 बिजली चोरी के उपभोक्ता
* 62 गलत उपयोग करने वाले उपभोक्ता
* 32 लाख कुल युनिट चोरी पकडी गई
* 2 मुख्य उडन दस्ते
अमरावती /दि.3 बिजली चोरी पर लगाम कसने के लिए महाविरतण ने जिले में अभियान को और अधिक तीव्र किया है.जिले में 2 मुख्य उडन दस्तों के साथ स्थानीय तथा विभागवार विशेष पथक तैयार किए गए हैं. जरूरत पडने पर पुलिस विभाग की मदद लेने के निर्देश भी दिए गए हैं. अप्रैल से नवंबर 2025 के 8 महिनों मेंं जिले में 1,876 बिजली चोरी के मामले उजागर हुए हैे जिनकी कुल राशि 7 करोड 47 लाख रूपए आंकी गई हैं.
जुर्माना नहीं भरने पर ऐसे होती हैे दंडात्मक कार्रवाई : बिजली मीटर में छेडछाड करना विद्युत अभिनियम के अनुसार अपराध हैं. इसके तहत उपभोक्ता पर धारा 135 के अंतर्गत आपराधिक मामला दर्ज करने, मीटर रीडिंग के दोगुनी राशि वसुल करने, औद्योगिक उपभोक्ता 10,000 रूपए का जुर्माना, वाणिज्यिक उपभोक्ता को 5 हजार रूपए जुर्माना, कृषि उपभोक्ता को 1 हजार रूपए जुर्माना अन्य श्रेणी के उपभोक्ताओं को 2 हजार रूपए का जुर्माना वसुला जाता हैं.
सजा का प्रावधान : बिजली चोरी का अपराध साबित होने पर 3 वर्ष तक की सजा का प्रावधान हैं. मीटर में छेडछाड करने के लिए प्रेरित करने या सहायता करने वालों पर धारा 150 के तहत भी मामला दर्ज किया जाता हैं.

दर्ज होगा आपराधिक मामला
इन मामलो में बिजली चोरी या मीटर से छेडछाड करने वाले ग्राहकों की संख्या 1,814 हैं. वहीं 62 उपभोक्ताओं ने जिस काम के लिए बिजली की मांग की थी, उसका उपयोग न करते हुए उसे अपने व्यक्तिगत लाभ के इस्तेमाल कर महावितरण को धोखा दिया हेैं. कुल मिलाकर 32 लाख युनिट बिजली चोरी पकडी गई हैें, जिसकी जुर्माना सहित 7 करोड 47 लाख 69 हजार रूपए हैं, महावितरण के मुख्य अभियंता अशोक सालुंखे ने बताया कि यदि उपभोक्ता चोरी की राशि और दंड जमा नही करते तो उन पर विद्युत अधिनियम की धारा के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया जाएगा.

कार्रवाई में बाधा न डालें : महावितरण
* बिजली चोरी से वितरण व्यवस्था पर अतिरिक्त भार पडता हैं. जिससे सुचारू विद्युत आपूर्ति बाधित होती हैं.
* इसके कारण महावितरण को करोडो का आर्थिक नुकसान भी उठाना पडता हैं.
* इसलिए महावितरण ने सख्त ‘एक्शन मोड’ में अभियान शुरू किया हैें और नागरिकों से कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की बाधा न डाले और सहयोग करने की अपील की हैं.

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