औद्योगिक क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए प्राथमिकता के आधार पर बुनियादी सुविधाओं का निर्माण करें

संभागीय आयुक्त डॉ. श्वेता सिंगल ने दिए निर्देश

* उद्योग समन्वय समिति की बैठक संपन्न
अमरावती / दि.18-औद्योगिक क्षेत्र को तीव्र गति से विकसित करने के लिए वहां बुनियादी सुविधाओं का सक्षम नेटवर्क बनाना आवश्यक है. संभाग के सभी एमआईडीसी और औद्योगिक क्षेत्रों में नए उद्योग और व्यवसाय शुरू करने और पर्याप्त निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र में निर्बाध बिजली आपूर्ति, पानी, सडक, स्ट्रीट लाइट, अस्पताल और पुलिस चौकियों जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए, ऐसी बात विभागीय आयुक्त डॉ. श्वेता सिंगल ने कही. वे यहां विभागीय आयुक्त कार्यालय के सभा कक्ष में आयोजित समन्वय समिति (डीएलसीसी) की बैठक में बोल रही थी.
डॉ. सिंगल ने पांचों जिलों में औद्योगिक क्षेत्र में संचालित उद्योग धंधो के साथ-साथ उद्यमियों की कठिनाइयों और समस्याओं की विस्तृत समीक्षा की. उन्होंने इस दौरान कहा कि हर जिले में नए उद्योग लगाने और उद्योग धंधों में निवेश बढाने में छोटे-बडे और सूक्ष्म उद्यमियों को सहायता देना सरकार की नीति है, इसके तहत औद्योगिक क्षेत्र के सर्वांगिण विकास की दृष्टी से वहां बिजली पानी, सडक जैसी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण किया जा रहा है.
औद्योगिक क्षेत्र में संचालित उद्योग-धंधो को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने केे लिए उर्जा विभाग को मांग के अनुसार उस क्षेत्र में बिजली सब स्टेशन स्थापित करने का प्रयास करना चाहिए. विभागीय आयुक्त ने सुझाव दिया कि सभी प्रकार के उद्योगों के लिए पानी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसकी पूर्ति के लिए जल आपूर्ति विभाग और एमआईडीसी प्रशासन समन्वय से योजना बनाएं.
उन्होंने निर्यात नीति 2023 लॉजिस्टिक्स नीति-2023 अमरावती औद्योगिक क्षेत्र से निर्यात की मुख्य बातें, निर्यात अनुकूल औद्योगिक विकास कार्यक्रम, निर्यात के लिए प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र, महाराष्ट्र लॉजिस्टिक्स नीति, निवेश के लिए प्रमुख व्यवसाय उद्योग, उद्योग स्थापना के लिए सरकारी योजनाएं, अनुदान योजनाएं आदि के बारे में भी जानकारी उपस्थित उद्यमियों को एक प्रस्तुति के माध्यम से दी. नंद ने बैठक में महाराष्ट्र राज्य औद्योगिक विकास महामंडल के अधिकारी क्षेत्र में आनेवाले औद्योगिक क्षेत्रों, भूखंड वितरण प्रक्रिया, चालू उद्योगोंं, कारखानोंं, महामंडल की ओर से प्रदान की जानेवाली विभिन्न योजनाएं और सुविधाएं, उद्योगोंं के लिए आवश्यक विभिन्न लाइसेंस, प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्रों के विकास आदि के बारे में एक प्रस्तुति के माध्यम से जानकारी दी.
बैठक में अमरावती संभाग उद्योग संयुक्त निदेशक नीलेश निकम, महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम की स्नेहा नंदा, एमआईडीसी और उद्योग विकास के अधिकारी, उर्जा पुलिस विभाग के अधिकारी औद्योगिक संघ अध्यक्ष किरण पातुरकर और पांचों जिलों के औद्योगिक संघों के पदाधिकारी उपस्थित थे.

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