अपराध शाखा ने पकडी ई-सिगरेट की खेप

अमरावती/दि.17 – शहर में इन दिनों चोरी-छिपे तरीके से विदेशी बनावट वाली महंगी इलेक्ट्रॉनिक्स सिगरेट की विक्री जमकर हो रही है. जिसके चलते स्कूल व कॉलेज में पढनेवाले विद्यार्थी भी जाने-अनजाने इस व्यसन का शिकार हो रहे है. इस बात के मद्देनजर शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया के निर्देश पर अपराध शाखा (प्रशासन) के विशेष पथक ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए कॉटन मार्केट रोड से जयस्तंभ चौक के बीच सडक किनारे खडे रहकर प्रतिबंधित रहनेवाली विदेशी बनावट की इलेक्ट्रॉनिक्स सिगरेट की विक्री करनेवाले जय लालचंद लोहानी (31, कृष्णानगर, गली नं. 5) को गिरफ्तार किया. जिसके पास से अलग-अलग कंपनी की विदेशी बनावट वाली इलेक्ट्रॉनिक्स सिगरेट की खेप बरामद की गई. साथ ही जय लोहानी के कब्जे से दो मोटरसाइकल सहित कुल 4 लाख 35 हजार रुपए का माल जब्त करते हुए उसे माल सहित सिटी कोतवाली पुलिस के हवाले किया गया. जहां पर जय लोहानी के खिलाफ बीएनएस की धारा 275 तथा प्रोहीबिशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स सिगरेट एक्ट (उत्पादन, आयात, निर्यात, ढुलाई, विक्री, संग्रहन व विज्ञापन) प्रतिबंधक अधिनियम 2019 की धारा 3, 4 व 7 के तहत अपराधिक मामला दर्ज किया गया.
यह कार्रवाई शहर पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया, पुलिस उपायुक्त कल्पना बारवकर, सागर पाटिल व गणेश शिंदे एवं सहायक पुलिस आयुक्त शिवाजी बचाटे के मार्गदर्शन तथा अपराध शाखा (प्रशासन) की पीआई सीमा दातालकर के नेतृत्व में एपीआई इमरान नायकवडे, एएसआई विनय मोहोड व विनय गुप्ता, पोहेकां छोटेलाल यादव, अजय मिश्रा, मंगेश लोखंडे, मंगेश परिमल, संजय भारसाकले, नईम बेग, चेतन कराले, रुपेश काले, लखन खुशराज, नरेश मोहरील, मयूर बोरेकर, रामकृष्ण कांगडे के पथक द्वारा की गई.
* ‘ऑन कॉल’ ई-सिगरेट उपलब्ध कराता था जय लोहानी
पता चला है कि, प्रतिबंधित ई-सिगरेट की बिक्री के मामले में अपराध शाखा के हत्थे चढा जय लोहानी अपने ग्राहकों को ‘ऑन कॉल’ ई-सिगरेट की खेप उपलब्ध कराता था. जय लोहानी की कहीं पर कोई दुकान नहीं है. बल्कि उसने अपने ग्राहकों को अपना मोबाइल नंबर दे रखा है. ऐसे में ग्राहकों द्वारा मोबाइल के जरिए संपर्क करते हुए ई-सिगरेट की मांग करने पर जय लोहानी उन्हें किसी निश्चित स्थान पर बुलाता था और उस स्थान पर पहले ही पहुंचकर सडक किनारे खडे हो जाया करता था. इस समय जय लोहानी के दुपहिया वाहन की डिक्की में अलग-अलग कंपनियों के ई-सिगरेट व फ्लेवर उपलब्ध रहा करते थे. जिन्हें वह अपने ग्राहकों की मांग व पसंद के अनुरुप मुहैया कराता था. ऐसे में जय लोहानी को पकडना पुलिस के लिए विगत लंबे समय से काफी मुश्किल काम बना हुआ था. लेकिन पुलिस ने उस पर बराबर अपनी नजर बनाए रखी थी और आखिरकार जय लोहानी को अपराध शाखा के दल ने धरदबोचा.





