क्राइम टू टीम बना रही एमडी तस्करों और ग्राहकों का ब्यौरा

पावर पाइंट प्रेजेंटेशन

अमरावती / दि. 12 – एमडी अर्थात मेफे ड्रॉन ड्रग्ज के अमरावती शहर के तस्करों और ग्राहकों का डाटा एकत्र किया जा रहा है. शहर पुलिस की क्राइम शाखा 2 का दल यह तैयारी कर रहा है. पॉवर पाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए यह जानकारी दी गई. सूत्रों ने बताया कि शहर में युवाओं को लगाई जा रही ड्रग्ज की लत और बडे प्रमाण में हो रही कार्रवाई के बाद सीपी के निर्देश पर क्राइम टीम हरकत में आयी है.
क्राइम यूनिट 2 के निरीक्षक संदीप चव्हाण ने एमडी तस्करों की डाटा बैंक की तैयारी शुरू की है. यह डाटा बैंक ड्रग्स तस्करों की पूर्ण चेन को खोजने और उसकी जडों तक पहुंचने में मददगार होगा, ऐसा बताया जा रहा है. गत 5 वर्षो में आयुक्तालय क्षेत्र में की गई कार्रवाई, उसमें पकडे गये आरोपी, उनके फोटो और उसके पहले पकडे गये आरोपियों की वर्तमान स्थिति अर्थात वे फिलहाल क्या कर रहे हैं. उनकी सामाजिक स्थिति क्या हैं ? उस चेन में किस- किस के नाम सामने आए थे. उन्हें गिरफ्तार किया गया था क्या? इन सभी बातों की नाम सहित प्रकरण निहाय जानकारी ली जा रही है.
बता दें कि पखवाडे भर पहले क्राइम टीम ने मुंबई के एक सूत्रधार को वाशिम से दबोचा था. जो अमरावती में मेफे ड्रॉन भेज रहा था. उससे स्थानीय विक्रेता और ग्राहकों की पहचान पुलिस टीम को जांच में उजागर हुई थी.
* सीपी चावरिया गंभीर
पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने दो माह पहले पद संभालते ही सबसे पहले ड्रग्ज विक्रेताओं और पेडलर पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. उन्होंने अपराध शाखा के दोनों यूनिट को मार्गदर्शन किया था. शहर में एमडी कहां से आती है. उसके सप्लायर कौन है, स्थानीय विक्रेता और ग्राहक कौन है. इसकी जानकारी लेने साइबर टीम की सहायता लेने भी कहा था. गत दो माह से अपराध शाखा के दोनों दल ड्रग्ज तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रहे हैं. निरीक्षक समीर चव्हाण ने इस बात की पुष्टि की कि, ड्रग्ज तस्करों की तमाम जानकारी एकत्र की जा रही है. कितने लोग गिरफ्तार किए गये, कितने फरार है ? जैसी जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.

Back to top button