जिला मध्यवर्ती बैंक पर सायबर हमला!

बैंक की बडनेरा व मंगरुल दस्तगीर शाखा पर सायबर अटैक का प्रयास

* हैकर्स ने बैंक की कम्प्युटर सिस्टीम में प्रवेश कर विंडो होल्डर में बनाई फाईल
* मामला सामने आते ही बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू ने तुरंत बुलाई संचालकों की बैठक
* बैंक का पूरा डेटा सुरक्षित रहने की बात कही, प्रभावी उपायों पर अमल शुरु
अमरावती/दि.16- स्थानीय जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के कम्प्युटर सिस्टीम में घुसकर अज्ञात हैकरों द्वारा सायबर अटैक करने का प्रयास किए जाने की जानकारी सामने आई है. पता चला है कि, बडनेरा एवं मंगरुल दस्तगीर स्थित जिला बैंक की शाखाओं पर सायबर अटैक का प्रयास हुआ है. जिसके तहत हैकर्स ने बैंक की कम्प्युटर प्रणाली में प्रवेश कर विंडो होल्डर पर फाईल तैयार की. यह मामला सामने आते ही जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू ने आज सुबह 11 बजे बैंक के सभी संचालकों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई. जिसमें स्थिति की समीक्षा करते हुए स्पष्ट किया गया कि, बैंक का नेटवर्क एवं डेटा पूरी तरह से सुरक्षित है. साथ ही बैंक प्रबंधन द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया कि, बैंक के डेटा व नेटवर्क को भविष्य में ऐसे सायबर हमलों से सुरक्षित रखने हेतु तमाम आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की दो शाखाओं में सायबर अटैक होने का प्रयास होने से संबंधित जानकारी सामने आते ही बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू द्वारा बुलाई गई बैठक में बैंक के विपक्षी संचालक रहनेवाले अनिरुद्ध उर्फ बबलू देशमुख, वीरेंद्र जगताप व सुधाकर भारसाकले, बलवंत वानखडे, रवींद्र गायगोले, हरिभाऊ मोहोड सहित एस. बी. साबले, बी. एस. काले, एस. बी. गावंडे, पी. बी. अलोणे, व एम. एस. वानखडे (मार्डीकर) द्वारा बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू व मुख्य कार्यकारी अधिकारी के नाम एक पत्र जारी करते हुए मांग उठाई कि, बैंक के खाताधारकों की रकम सुरक्षित रखने के साथ ही बैंक के डेटा को भी पूरी तरह से सुरक्षित रखने के लिहाज से बैंक प्रशासन ने तुरंत आवश्यक उपाय करने चाहिए और इस काम के लिए किसी जिम्मेदार कंपनी को जिम्मा सौंपा जाना चाहिए. साथ ही विपक्षी संचालकों ने इस सायबर अटैक को नाकाम करने हेतु बैंक के आईटी सेल प्रमुख व उनकी टीम का अभिनंदन भी किया और सत्ताधारी संचालकों से बैंक की सायबर सुरक्षा को लेकर कई सवाल भी किए. जिनका बैंक के सत्ताधारी दल एवं बैंक प्रबंधन की ओर से यथायोग्य जवाब देते हुए आश्वस्त किया गया कि, बैंक की सायबर सिक्युरिटी पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त है तथा बैंक का डेटा व निवेशकों का पैसा भी पूरी तरह से सुरक्षित है.
* बैंक की बैठक में अध्यक्ष बच्चू कडू की अनुपस्थिति को लेकर हंगामा
यहां यह विशेष उल्लेखनीय है कि, जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की दो शाखाओं के सायबर सिस्टीम पर हमला होने का प्रयास किए जाने की जानकारी सामने आने पर बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू द्वारा बुलाई गई बैठक में खुद बच्चू कडू सहित सत्ताधारी दल से वास्ता रखनेवाले चार संचालक अनुपस्थित थे तथा इस बैठक की अध्यक्षता बैंक के उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे द्वारा की गई. ऐसे में विपक्षी संचालकों ने अध्यक्ष बच्चू कडू की अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए और इस बारे में हैरत भी जताई. साथ ही बैंक के विपक्षी संचालकों ने उपाध्यक्ष अभिजीत ढेपे की ओर से दिए गए जवाबो को असंतोषजनक बताने के साथ ही उपाध्यक्ष ढेपे द्वारा विपक्ष संचालकों के साथ किए गए व्यवहार को अपमानजनक भी बताया.
इसके साथ ही विपक्षी संचालकों का कहना रहा कि, बैंक की सायबर सिस्टीम को सायबर अटैक से बचाने हेतु फिलहाल कोई कारगर व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. अत: बैंक में सायबर सिक्युरिटी के लिए सेंट्रलाईज एंटीवायरस की व्यवस्था उपलब्ध कराई जानी चाहिए. साथ ही बैंक की सभी शाखाओं में फायरवॉल सिस्टीम उपलब्ध कराया जाना चाहिए. ताकि अज्ञात आईटीधारक द्वारा बैंक की सुरक्षा में सेंध न लगाई जा सके. इसके अलावा बैंक में एक्टीव डिरेक्टरी, डेटा लिकेज प्रिवेंशन, पीन पैम सर्विस तथा सायबर सिक्युरिटी ऑपरेशनल सेंटर की व्यवस्था भी उपलब्ध रहनी चाहिए.


* डरने की कोई जरुरत नहीं है, ‘ऑल इज वेल’
इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक के अध्यक्ष व पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कडू ने कहा कि, अज्ञात सायबर अपराधियों एवं हैकरों द्वारा अक्सर ही अलग-अलग बैंकों की सायबर सिक्युरिटी में सेंध लगाने का प्रयास किया जाता है. जिसके तहत कुछ दिन पहले सायबर अपराधियों ने अमरावती की जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक की सायबर सिस्टीम में घुसने का प्रयास किया था. लेकिन यह प्रयास पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ और बैंक की सायबर सिस्टीम व पूरे डेटा सहित निवेशकों का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है. अत: इसे लेकर किसी को भी डरने की कोई जरुरत नहीं है. साथ ही बैंक के अध्यक्ष बच्चू कडू ने यह भी कहा कि, वे काफी पहले से ही बैंक की सायबर सिक्युरिटी को चुस्त-दुरुस्त रखने के पक्षधर रहे है और जब बैंक में मौजूदा विपक्षी संचालकों की सत्ता थी, तब खुद उन्होंने ही इस बारे में आवाज उठाते हुए बैंक की सायबर सिक्युरिटी को चुस्त-दुरुस्त करने का मुद्दा उठाया था. परंतु तब तत्कालिन सत्ताधारी संचालकों द्वारा इसे लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई थी. लेकिन जैसे ही बैंक की सत्ता उनके (बच्चू कडू) पास आई, वैसे ही उन्होंने सबसे पहले बैंक की सायबर सुरक्षा को पूरी तरह से सुरक्षित व अभेद्य बनाने को प्राथमिकता दी. जिसके चलते हाल-फिलहाल के दिनों में बैंक की सायबर सिस्टीम पर हुए सायबर अटैक का प्रयास पूरी तरह से नाकाम साबित हुआ है.

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