26 से श्री दत्त संस्थान कुंभारवाडा में दत्त जयंती महोत्सव का आयोजन
6 दिसंबर तक चलेगा महोत्सव, हर दिन होंगे धार्मिक कार्यक्रम

अमरावती/दि.22 – 26 नवंबर से 6 दिसंबर तक श्री दत्त मंदिर संस्थान, पुराने अमरावती शहर के कुंभारवाडा क्षेत्र में स्थित 700 वर्ष पुराना स्वयंभू जागृत देवस्थान के रूप में सुप्रसिद्ध है. इस मंदिर में अनेक धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन होता रहा है तथा कई संतों ने यहां अपनी पावन उपस्थिती दर्ज की है. परंपरा के अनुसार इस वर्ष बुधवार 26 नवंबर से शनिवार 6 दिसंबर तक श्री दत्त जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया है. इस उपलक्ष्य में धार्मिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक तथा सामाजिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है.
कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी संस्थान के विश्वस्त मंडल के सहसचिव दीपक हुंडीकर ने इस पत्रक के माध्यम से दी है. उत्सव की शुरुआत बुधवार 26 नवंबर को सुबह 7 बजे श्री की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रुद्राभिषेक से होगी. दोपहर 3 बजे ब्रह्मचैतन्य भजनी मंडल दहिसाथ की संचालिका कुमुदिनी खेडकर द्वारा भजन प्रस्तुति होगी. शाम 6 बजे प. पू. विष्णुदास महाराज, स्वामी आध्यात्म साधना केंद्र नागपुर प्रणेता अमरावती के सभी केंद्रों की विशेष उपासना होगी. गुरुवार 27 नवंबर को दोपहर 3 बजे भक्ती मंदिर भजनी मंडल की मंगला ठाकरे व टीम द्वारा भजन प्रस्तुति होगी. रात 8 बजे शीतल मेटकर व उत्कल नृत्य के कलाकारों द्वारा शास्त्रीय नृत्य का कार्यक्रम होगा. रात 9 बजे विनोद फुसे ब्रह्माण्डीय प्राण, ऊर्जा एवं स्वास्थ्य विषय पर व्याख्यान देंगे. शुक्रवार 28 नवंबर से गुरुवार 4 दिसंबर तक हर दिन सुबह 7 से 9 बजे तक ह. भ. प. श्री अनिरुद्ध श्री गुरुचरित्र पारायण का वाचन करेंगे. शुक्रवार 28 नवंबर दोपहर 3 बजे पद्मावती भजनी मंडल की संगीता टिप्पट द्वारा भजन प्रस्तुति. रात 8 बजे नादकमल प्रस्तुत अंभगवाणी कार्यक्रम प्रा. कमलताई भोंडे की उपस्थिती में आयोजित होगा. शनिवार 29 नवंबर को दोपहर 3 बजे रेखाताई वानखेडे के अंबिका भजनी मंडल द्वारा भजन. रात 8 बजे नीलकंठ महिला मंडल की ओर से स्त्री संत दर्शन तथा भक्तिगीत प्रस्तुति. रविवार 30 नवंबर को दोपहर 3 बजे जिजामाता भजनी मंडल की सुनंदाताई शिरभाते द्वारा भजन. रात 8 बजे हेमंत नृत्य कला मंदिर प्रस्तुत प्रा. मोहन बोडे व संच द्वारा नृत्याविष्कार. सोमवार 1 दिसंबर को दोपहर 3 बजे वनिता भजनी मंडल की आरतीताई करवटे द्वारा भजन. रात 8 बजे स्व. मालतीताई पु. महल्ले स्मृति-प्रित्यर्थ शास्त्रीय एवं भक्तिसंगीत सेवा सुप्रसिद्ध गायक गोपाल सालोडकर व सलोनी कलसकर द्वारा प्रस्तुत. मंगलवार 2 दिसंबर को दोपहर 3 बजे राधाकृष्ण भजनी मंडल की आशाताई तांबुसकर द्वारा भजन. रात 8 बजे राजाभाऊ अंबुलकर, मुंबई द्वारा शास्त्रीय व उपशास्त्रीय गायन. बुधवार 3 दिसंबर को दोपहर 3 बजे गायत्री भजन मंडल की मालाताई पठाडे द्वारा भजन के बाद रात 8 बजे ह. भ. प. राहुलबुवा गणोरकर, नागपुर द्वारा कीर्तन. गुरुवार 4 दिसंबर को दत्त जयंती का मुख्य उत्सव दोपहर 4 से 6 बजे ह. भ. प. ऍड. राहुलबुवा गणोरकर द्वारा दत्त जन्म कीर्तन होगा. रात 8 बजे स्व. तात्यासाहेब नवसाळकर स्मृति-प्रित्यर्थ संगीत सभा होगी. शुक्रवार 5 दिसंबर को ह. भ. प. राहुलबुवा गणोरकर द्वारा गोपालकाला का कीर्तन होगा. शाम 6 से 9 बजे तक श्री की पालकी शोभायात्रा निकलेगी. शनिवार 6 दिसंबर को दोपहर में प्रक्षाल पूजा आयोजित की जाएगी. उत्सव आयोजन समिति के अध्यक्ष चंदुभाऊ हंबर्डे, उपाध्यक्ष मनोज केवले, सचिव मधुकर साऊरकर, सहसचिव दीपक हुंडीकर, कोषाध्यक्ष अनंत साऊरकर, सदस्य प्रभाकरराव केवले, वसंतराव साऊरकर, धनंजय चतारे, अजय गंधे, प्रवीण अंबुलकर, डॉ. अविनाश असनारे आदि ने भाविकों से सभी कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर दर्शन एवं श्रवण का लाभ उठाने का अनुरोध किया हैं.





