विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करें
आदिवासी मानव अनुसंधान एवं सामाजिक विकास संस्था की मांग

* तहसीलदार को सौंपा निवेदन
चांदुर रेलवे/ दि.8 – विश्व आदिवासी दिवस पर देश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करें, ऐसी मांग आदिवासी मानव अनुसंधान एवं सामाजिक विकास संस्थान की ओर से की गई है. जिसमें तहसीलदार पूजा माटोडे को इस आशय का निवेदन सौंपा गया. निवेदन में कहा गया है कि 9 अगस्त को भारत के सभी जिलों और तहसील स्तर पर आदिवासी दिवस मनाया जाता है. इस अवसर पर रैलियां भी निकाली जाती है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के आदिवासियों को मूल निवासी मानने के तथ्यों को मान्यता प्रदान की गई. लेकिन फिर भी भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री इस दिन पर आदिवासी बंधुओं को बधाई नहीं देते. 9 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र में विश्व आदिवासी दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था. अब उसे 30 वर्ष बीत गये. लेकिन अब भी आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम लागू नहीं किया गया. यह आश्चर्य की बात है. आदिवासियों को जल्द से जल्द संयुक्त राष्ट्र में पंजीयन करने और उन्हें संयुक्त राष्ट्र की योजना का लाभ प्रदान करने कार्रवाई करे और 9 अगस्त को भारत सरकार राष्ट्रीय स्तर पर आदिवासी दिवस मनाए और इस दिन एक दिन का अवकाश घोषित करें, ऐसी मांग तहसीलदार पूजा माटोडे को निवेदन सौंपकर की गई. इस अवसर पर आदिवासी मानव अनुसंधान एवं सामाजिक विकास संस्था के अध्यक्ष मंगेश कोडपे, शरद घासले, सचिव सुभाषराव परतेकी, गणेश परतेकी, मारोती कुंभार, विलास युवनाथे, सतीश राउत, अभिषेक पंधरे सहित सैकडों आदिवासी बंधु उपस्थित थे.





