डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला परिसर का हो विकास व सौंदर्यीकरण
पुतला सौंदर्यीकरण समिति ने पूरजोर तरीके से उठाई मांग

* सांसद बलवंत वानखडे के नेतृत्व में जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि. 14 –अमरावती शहर के इर्विन चौक स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला परिसर का सौंदर्यीकरण न्यायालयीन प्रकरण के कारण प्रलंबित है. इस सौंदर्यीकरण की 3.40 करोड की निधी भी उपविभागीय अधिकारी के पास जमा है. इस कारण इस परिसर का सौंदर्यीकरण करने के लिए न्यायालयीन प्रकरण का निपटारा जल्द से जल्द करने की मांग को लेकर जिले के सांसद बलवंत वानखडे के नेतृत्व में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला सौंदर्यीकरण समिति के पदाधिकारी व सदस्यों ने जिलाधिकारी आशीष येरेकर को सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि अमरावती शिट क्रमांक 41 के भूखंड क्रमांक एक के 589. 87 चौरस मीटर जमीन के मूल मालिक शासन रहने के कारण डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला परिसर में महामानव डॉ. बाबासाहेब आंडेकर के जीवन पर म्यूरल व परिसर का सौदर्यीकरण करने के लिए जिलाधिकारी से नियमानुसार महाराष्ट्र शासन राजपत्र धारा 11 की अधिसूचना 21 जनवरी 2016 व स्थानीय वर्तमान पत्र में 20 जनवरी 2016 के मुताबिक प्रकाशित कर इस जगह के भूसंपादन की कार्रवाई की गई है. इस जगह के भूधारक डॉ. चंद्रशेखर गट्टाणी ने शासन के भूसंपादन कार्रवाई को मुंबई उच्च न्यायालय की नागपुर खंडपीठ में रिट पिटीशन के तहत चुनौती दी है. पिछले 9 सालों से यह प्रकरण उच्च न्यायालय में प्रलंबित है. तत्कालीन जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने जनभावना का विचार कर इस प्रकरण में संबंधित अधिकारी व वकिल की बैठक लेकर प्रयास किए है. मनपा के तत्कालीन 23 नगर सेवकों ने अपने विकास निधि के प्रत्येकी 5 लाख रुपए मनपा व शासन निधि समेत कुल 3 करोड 39 लाख 98 हजार 660 रुपए की निधी अमरावती उपविभागीय अधिकारी के पास जमा की है. मनपा प्रारूप विकास योजना आरक्षण क्रमांक एम-33 क्रमांक 97 (ए) के तहत डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर पुतला परिसर सौंदर्यीकरण के लिए प्रस्तावित किया है. महामानव डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर तत्कालीन समय अमरावती आए थे. उनके चरणों के स्पर्श से पावन भूमि में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की स्मृति का सौेंदर्यीकरण हो ऐसी संपूर्ण शहरवासियों की दिल से इच्छा है. उच्च न्यायालय में यह याचिका अंतिम सुनवाई पर है. इस कारण वस्तुस्थिति व जनभावना का विचार कर संबंधित वकिल महोदय को इस प्रकरण का प्रभावी रूप से प्रयास करने के लिए सूचित करने का अनुरोध जिलाधिकारी को सौंपे ज्ञापन में किया गया है. ज्ञापन सौंपनेवालों में सांसद बलवंत वानखडे, पूर्व महापौर विलास इंगोले, कांग्रेस के शहराध्यक्ष बबलू शेखावत, संयोजन समिति के एड. दिलीप एडतकर, किशोर बोरकर, एड. पी.एस. खडसे, प्राचार्य गोपीचंद मेश्राम, प्रा. प्रदीप दंदे, रामेश्वर अभ्यंकर, जगदीश गोवर्धन, भूषण बनसोड, प्रकाश बनसोड आदि का समावेश था.





