प्रा. डॉ. विनय राउत की ओर से 75 हजार रूपए का दान

विद्यार्थी हर साल करेंगे तपोवन का अभ्यास दौरा

अमरावती/ दि. 18– शिक्षा महर्षि डॉ. पंजाबराव देशमुख और कर्मयोगी डॉ. शिवाजीराव पटवर्धन ये दोनों ही शिक्षा और समाजसेवा के लिए एकत्र कार्य करते थे. दोनों ही समाज ही समाज में उपेक्षित घटकोंं के लिए समर्पित थे. उन्होंने एक दूसरे के कार्यो को हमेशा ही प्रोत्साहन दिया. समय-समय पर एक दूसरे को सहयोग किया. उनके कार्यो के कारण समाज में शिक्षा का और सामाजिक कार्यो को प्रसार हुआ है. भाउसाहब ने समाज को शिक्षा के प्रवाह में लाया तथा दाजीसाहेब ने समाज के उपेक्षित कुष्ठ बांधव, विधवा, परित्यक्ता व अनाथों को तपोवन की पावन भूमि का स्पर्श कर उनके सक्षमीकरण के लिए समाज को नई दृष्टि व विचार दिया. ये दोनों कर्मयोगी का ऋणानुबंध सदैव अविरत रहा. इसकी अनुभूति श्री शिवाजी शिक्षा संस्था के तपोवन अभ्यास दौरे से हुई. श्री शिवाजी संस्था द्बारा संचालित श्री शिवाजी शिक्षा महाविद्यालय ने हाल ही में तपोवन संस्था को भेंट दी. इस समय समय प्राचार्य डॉ. विनय राउत ने तपोवन के सामाजिक महत्व और वर्तमान अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई के समाजभिमुख कार्यो को समर्थन के रूप में 75 हजार रूपए का दान दिया. प्राचार्य डॉ. राउत ने यह दान उनकी पुत्री सानिका के नाम प्रदान किया.
श्री शिवाजी शिक्षा महाविद्यालय के प्रथम व द्बितीय वर्ष के विद्यार्थियों का अभ्यास दौरा कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनय राउत थे तथा प्रमुख अतिथि के रूप में विदर्भ महारोगी सेवा मंडल तपोवन के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई थे. प्रमुख उपस्थिति में महाविद्यालय के प्रा. डॉ. संजय खडसे, डॉ. वनिता काले, डॉ. अंजली ठाकरे, डॉ. संगीता बिहाडे, डॉ. अमित गावंडे, सुमिता गावंडे, राजीव जामनिक, संजय बोबडे, ईश्वरदास बोंडे उपस्थित थे.
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. विनय रातउ का शाल स्मृतिचिन्ह पुस्तक देकर सत्कार किया गया. इस समय तपोवन के अध्यक्ष प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई ने पद्मश्री डॉ. शिवाजीराव पटवर्धन के कार्य व तपोवन संस्था की 78 वर्ष की गतिविधियों पर विद्यार्थियों ने मार्गदर्शन किया. उसी प्रकार भाउसाहब देशमुख व डॉ. शिवाजीराव पटवर्धन का ऋणानुबंध कैसा था. इसकी जानकारी विद्यार्थी व प्राध्यापकों को देकर तपोवन संस्था के सामने आवाहन व संस्था की गतिविधियों इस संबंध में मार्गदर्शन किया.
प्रास्ताविक प्रा. डॉ. वनिता काले ने किया. संचालन संस्था के उपाध्यक्ष योगेश करडे ने किया तथा आभार प्रा. डॉ. अंजली ठाकरे ने माना. इस अवसर पर तपोवन संस्था के सचिव सहदेव गोले, विश्वस्त भीमराव ठवरे अंतर्गत व्यवस्थापक निवृत्ती वेलकर, भास्कर शेटे, महामना माननय विद्यालय के शिक्षक देशमुख सहित व कार्यकर्ता बडी संख्या में उपस्थित थे.
कर्मयोगी के तीर्थ क्षेत्र
अपने अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य डॉ. विनय राउत ने तपोवन के कार्यो का गौरव कर हर साल बीएड के दोनों सत्र के विद्यार्थी जनवरी माह में तपोवन संस्था में आकर उस पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे. ऐसा आश्वासन दिया. दाजी साहब पटवर्धन जैसे कर्मयोगी की तपोवन संस्था को भेट देते समय एक तीर्थस्थल को भेट देने की खुशी व संतुष्टि होने की भावना प्राचार्य डॉ. विनय राउत ने व्यक्त की. उसी प्रकार बीएड के विद्यार्थियों को तपोवन संस्था के सेवा कार्यो को सहयोग करे. ऐसा आवाहन उन्होंने इस समय दिया.

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