जीत का घमंड नहीं करना है
सीएम फडणवीस ने पार्टीजनों को दी सलाह

* राज्य में भाजपा को बताया नंबर वन
* निकायों में 48 फीसद सदस्य भाजपा के रहने का दावा
नागपुर /दि.23 – नगर परिषद व नगर पंचायत के चुनाव में भाजपा को मिली जीत के चलते विपक्षी दलों के किले उद्धवस्त हो गए है और कई स्थानों पर अपनी मोनोपल्ली चलानेवाले मविआ के नेताओं का पूरी तरह से सफाया भी हो चुका है. वहीं दूसरी ओर भाजपा ने राज्य के निकायों में 48 फीसद सदस्य पदों पर जीत हासिल की है और सर्वाधिक निकायों में भाजपा के ही नगराध्यक्ष निर्वाचित हुए है. जिसके चलते राज्य में भाजपा ही अव्वल स्थान पर रहनेवाली पार्टी है, यह बात एक बार फिर साबित हो गई है, इस आशय का प्रतिपादन करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि, इस जबरदस्त जीत के बावजूद हमें संयम से काम लेना है और अपने दिलो-दिमाग में जीत के घमंड को नहीं घुसने देना है.
नागपुर जिले के सभी विजयी नगराध्यक्षों का सीएम फडणवीस के हाथों गत रोज नागपुर स्थित सीएम के सरकारी निवासस्थान रामगिरी बंगले पर सत्कार हुआ. इस अवसर पर वे अपने विचार व्यक्त कर रहे थे. इस कार्यक्रम में राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, विधायक चरणसिंह ठाकुर व आशीष देशमुख भी विशेष रुप से उपस्थित थे. इस समय सीएम फडणवीस ने कहा कि, राज्य में 75 फीसद नगराध्यक्ष महायुति के है और हमारे नगराध्यक्षों की संख्या 210 है. वहीं महाविकास आघाडी के लगभग 50 नगराध्यक्ष निर्वाचित हुए है. इसके साथ ही राज्य में भाजपा का स्ट्राईट रेट भी सबसे अधिक है और हमारे नगराध्यक्ष प्रत्याशियों में से 65 फीसद प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है. साथ ही नगरसेवक पदों के चुनाव में भाजपा ने रिकॉर्ड ही बना डाला है. इसके साथ ही सीएम फडणवीस ने यह भी कहा कि, सभी लोग इस जीत के लिए उनका अभिनंदन कर रहे है. परंतु इस जीत का असली श्रेय पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को दिया जाना चाहिए. जिन्होंने दिन-रात मेहनत करते हुए पार्टी को यह जीत दिलाई. साथ ही सीएम फडणवीस ने अब मनपा व जिला परिषद के आगामी चुनाव में भी इसी तरह का शानदार काम व प्रदर्शन करने की बात दोहराते हुए कहा कि, निकाय चुनाव की जीत पर घमंड करते हुए किसी ने भी अति आत्मविश्वास का शिकार नहीं होना चाहिए.
* यह पूर्ण विजय नहीं, लक्ष्य 51 फीसद वोटों का
वहीं इस कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त करते हुए राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि, निकाय चुनाव में पार्टी को मिली सफलता भले ही उत्साहजनक है, लेकिन यह पूर्ण विजय नहीं है, बल्कि इस जीत ने हमारी जिम्मेदारी को बढा दिया है. जिसके चलते अब नगर परिषदों के पदाधिकारियों को मनपा व जिला परिषद के चुनाव हेतु काम करना होगा और 51 फीसद वोट हासिल करते हुए मनपा, जिप व पंस के चुनाव में भी पार्टी को सबसे अव्वल स्थान पर रखना होगा, तभी इसे पूर्ण विजय माना जा सकेगा.






