रोके नहीं रुक रही दहेज प्रताडना

अमरावती /दि.7- दहेज लेना व देना यह मौजूदा दौर में अस्तित्व में रहनेवाली सबसे अनिष्ठ परंपरा अथवा कुप्रथा है. दहेज की वजह से होनेवाली प्रताडना के चलते कई युवतियों को वैवाहित जीवन से बाहर निकलना पडता है और समाज में कई दिक्कतों का सामना करते हुए जीवन जीना पडता है. यद्यपि दहेज लेने व देने को कानूनन अपराध निरुपित किया गया है, लेकिन इसके बावजूद दहेज मांगने की प्रवृत्ति और दहेज की मांग के लिए विवाहिताओं की प्रताडना का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है.
* पांच माह में केवल 16 मामले फाईल
विगत जनवरी से मई माह तक दहेज प्रताडना संबंधी कुल 285 शिकायते प्राप्त हुई. जिसमें से 16 मामले फाईल किए गए, यानि उन मामलों में संबंधितों द्वारा अपनी शिकायत पीछे ली गई. वहीं 53 मामलो में महिला सेल द्वारा किए गए प्रभावी समुपदेशन के चलते समझौते हुए.
* 6 माह में 12 विवाहितों ने की आत्महत्या
विगत 6 माह के दौरान जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 12 से अधिक विवाहिताओं ने दहेज के चलते होनेवाली प्रताडना से तंग आकर आत्महत्या की. हकीकत में यह आंकडा इससे भी अधिक रह सकता है, परंतु कुछ मामलो में शिकायत करने हेतु कोई सामने नहीं आने के चलते पुलिस द्वारा ऐसे मामलो में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया जाता है.
* बांझ कहकर भी प्रताडना
संतान नहीं होने पर बांझ कहकर प्रताडित किए जाने के चलते ज्योति अमोल बावने नामक विवाहिता ने चुहे मारने की दवा खाकर विगत 21 मई को आत्महत्या कर ली थी. जिसके बाद अंजनगांव सुर्जी पुलिस ने शिकायत मिलने पर 21 मई की रात ही ज्योति के पति अमोल व ससुर रामचंद्र बावने सहित दो महिलाओं के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज किया था.
* आमनेर की अर्शीया ने दहेज प्रताडना के चलते दी थी जान
28 मई को वरुड तहसील अंतर्गत आमनेर में ससुरालियों द्वारा दहेज की मांग को लेकर की जानेवाली प्रताडना से तंग आकर अर्शीय शेख फहीम नामक 27 वर्षीय विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी. विवाह में दहेज कम दिए जाने की बात कहते हुए पति सहित ससुरालियों द्वारा अर्शीया को काफी प्रताडित किया जा रहा था, जिससे तंग आकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया था. जिसे लेकर शिकायत मिलने पर पुलिस ने अर्शीया के पति व देवर सहित एक महिला के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार किया था.
* 6 माह में मिली 285 शिकायते
ग्रामीण पुलिस के महिला सेल को विगत 6 माह के दौरान विवाहिताओं के साथ प्रताडना की 285 शिकायते प्राप्त हुई थी. जिसमें से सर्वाधिक शिकायते दहेज प्रताडना से संबंधित थी.
* महिलाओं के साथ दहेज की मांग सहित अन्य वजहों को लेकर की जानेवाली शारीरिक व मानसिक प्रताडना से संबंधित शिकायते मिलने पर ऐसे मामलों की सघन जांच की जाती है. साथ ही ऐसे किसी मामले में किसी विवाहिता की मौत या आत्महत्या हुई रहने पर हम आत्महत्या के लिए प्रवृत्त करने व दहेज बली का मामला भी दर्ज करते है. साथ ही साथ विवाहित महिलाओं को इस बात के लिए भी जागरुक किया जाता है कि, वे ससुराल में होनेवाली प्रताडना से तंग आकर आत्मघाती कदम उठाने की बजाए नजदिकी पुलिस थाने अथवा महिला सेल में शिकायत दर्ज कराए.
– प्रियंका भोयर
महिला सेल प्रमुख, ग्रामीण पुलिस.

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