डॉ. लक्ष्मीकांत राठी के व्याख्यानों से मानसिक स्वास्थ्य के प्रतिजागरूकता में वृद्धि

अमरावती/दि.20 – सम्पूर्ण विश्व में 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया. इस अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल ने भी मानसिक स्वास्थ्य को अपनी प्रमुख सेवा गतिविधियों में शामिल किया. लायंस इंटरनेशनल के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. ए. पी. सिंह ने 4 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक मानसिक स्वास्थ्य पर विविध जनजागरण कार्यक्रम आयोजित करने का आवाहन किया था, जिसे विश्वभर में उत्कृष्ट प्रतिसाद मिला. इन कार्यक्रमों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जनजागृति बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण योगदान हुआ है.
मानसिक स्वास्थ्य आज के समय की अत्यंत आवश्यक आवश्यकता है, क्योंकि स्वस्थ मन ही स्वस्थ शरीर का आधार है. अच्छा मानसिक स्वास्थ्य न केवल व्यक्ति के भावनात्मक संतुलन को बनाए रखता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी सुदृढ़ बनाता है. इसी क्रम में सुप्रसिद्ध मानसोपचार तज्ञ एवं ब्रेन स्पेशलिस्ट डॉ. लक्ष्मीकांत राठी के विविध शहरों में प्रेरणादायी व्याख्यान आयोजित किए गए. पहला व्याख्यान 9 अक्टूबर को डिफेंस अकादमी, शाहपुर (भंडारा) में आयोजित किया गया, जिसका आयोजन लायंस फैमिली भंडारा द्वारा किया गया था. कार्यक्रम में लायंस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर भरत भलगट तथा अन्य लायंस सदस्य उपस्थित थे. लगभग 700 विद्यार्थियों की उपस्थिति में डॉ. राठी ने मेंटल वेलनेस विषय पर सारगर्भित व्याख्यान दिया. उनका यह व्याख्यान अत्यंत प्रेरणादायी रहा, और अंत में उपस्थित श्रोताओं ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से उनका स्वागत किया.
इसी प्रकार, यवतमाल शहर के पुलिस मुख्यालय में भी डॉ. राठी का व्याख्यान आयोजित किया गया, जहां पुलिस कमिश्नर सहित अनेक पुलिस अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे. इस अवसर पर उनका विषय था तनाव का सामना कैसे करें. उनका संबोधन अत्यंत प्रभावशाली रहा और श्रोताओं ने बढ़ी रुचि से प्रश्न पूछे जिनका उन्होंने सरलता से समाधान किया. इस कार्यक्रम का आयोजन लायंस फैमिली यवतमाल और सुनील जोशी द्वारा किया गया था. कार्यक्रमों के समापन पर अनेक प्रतिभागियों ने आग्रह किया कि ऐसे उपयोगी व मार्गदर्शक व्याख्यान भविष्य में भी नियमित रूप से आयोजित किए जाएं. निकट भविष्य में जलगांव, नांदेड, नागपुर तथा पुणे जैसे शहरों में भी डॉ. लक्ष्मीकांत राठी को व्याख्यान हेतु आमंत्रित किया गया है. इन सभी आयोजनों के माध्यम से समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का जो प्रयास किया गया है, वह निश्चित रूप से एक प्रेरणादायी और प्रशंसनीय कदम कहा जा सकता है.





