भारी बारिश से मेलघाट में मौसम काफी सुहावना हो गया
मानो बादल जमीन पर उतर आए

चिखलदरा/ दि. 27– मेलघाट का चिखलदरा और आसपास का इलाका इस समय प्री- मानसून बारिश से नहाया हुआ है और प्रकृति की अद्भूत सुंदरता से और भी खिल उठा है. मेलघाट की गहरी घाटियों को ढकनेवाली सफेद धुंध और हर जगह फैली हरियाली आंखों के लिए एक अनोखा आनंद है. पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के कारण यहां का मौसम काफी सुहावना हो गया है.
पेडों और लताओं पर चमकती वर्षा की बूंदे और कोहरे की मोटी चादर से ऐसा लगता है मानो बादल जमीन पर उतर आए हो. इस कोहरे से गुजरते हुए पर्यटकों को एक अलग दुनिया में प्रवेश करने का अनुभव हो रहा है. प्रकृति के इस उत्सव का आनंद लेने के लिए पर्यटक बडी संख्या में चिखलदरा आ रहे हैं. पर्यटकों का कहना है कि बरसात के मौसम में मेलघाट की यात्रा का अनुभव अविस्मरणीय है. इस खूबसूरत प्राकृतिक वातावरण के क्षणों को कैमरे में कैद करना भी एक अनोखा अनुभव है. यद्यपि विदर्भ में अभी मानसून की बारिश नहीं हुई है. लेकिन प्री- मानसून बारिश ने मेलघाट क्षेत्र को पुनजीवित कर दिया है. भीषण गर्मी के बाद हुई इस बारिश से वातावरण में अत्याधुनिक नमी पैदा हो गई है. मानसून से पहले ही मेलघाट में ऐसा खुशनुमा माहौल बन जाने से स्थानीय निवासी और पर्यटक यह देखने के लिए उत्सुक है कि आगामी मानसून में मेलघाट की खूबसूरती और कितनी निखर के सामने आयेगी. प्रकृति के इस अनोखे रूप को देखने के लिए पर्यटक भारी मानसून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. मई का महिना आम तौर पर बहुत गर्म होता है. ठंडी हवा का आनंद लेने के लिए पर्यटक चिखलदरा नामक शांत स्थान पर आते हैं. हालांकि पर्यटकों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में चिखलदरा में भी तापमान बढा है. लेकिन इस वर्ष पर्यटकों को मई के अंत में प्रकृति का एक अलग ही नजारा देखने को मिल रहा है. रविवार दोपहर चिखलदरा पर्यटन स्थल और आसपास के क्षेत्र में दो घंटे तक भारी बारिश हुई. सुबह घना सफेद कोहरा छाया हुआ था. इसलिए शनिवार और रविवार को नजदीकी पर्यटन स्थल पर आनेवाले पर्यटकों को सुखद वातावरण का अनुभव हो सका है. सिपना नदी सेमाडोह क्षेत्र से होकर बहती है. भारी बारिश से मेलघाट टाइगर रिजर्व के जंगल प्रभावित हुए. जिसमें यह क्षेत्र भी शामिल है. यहां का वातावरण प्रकृति से समृध्द है. विदित हो कि इस वर्ष सबसे अधिक आग की घटनाएं मेलघाट के टाइगर रिजर्व के अंतर्गत सिपना वन्यजीव प्रभाग में हुई. इसलिए बुध्द पूर्णिमा पर पशुगणना के दौरान मचान पर वन्यजीव प्रेमियों के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नहीं थी. भारी बारिश जंगल की आग को रोकने में प्रभावी रही है तथा मूसलाधार बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर आ गये हैं.
* मौसम का आनंद लेने उमडे पयर्टक
पर्यटन नगरी चिखलदरा में सोमवार को बदरीले मौसम के साथ हल्की बारिश की खबर पर्यटकों को लगते ही बडी संख्या में पर्यटक चिखलदरा पहुंचे थे. मेलघाट वन्यजीव विभाग परतवाडा की ओर भीमकुंड, आमझरी में पर्यटकों के लिए शुरू की गई एडवेंचर एक्टिविटीज से पर्यटकों का उत्साह बढता दिखाई दिया है. भीमकुंड में बडी संख्या में पर्यटक दिखाई दिए.





