कडबी बाजार परिसर में मानवी हस्तक्षेप से बार बार गुल होती है बिजली
पतंग, चीनी मांजे से विद्युत आपूर्ति खंडीत

प्रत्यक्ष मुआयने के बाद मुख्य अभियंता का लोगों को सहयोग करने का आवाहन
अमरावती /दि.17– महावितरण के कडबी बाजार वितरण केंद्र व आसापास के परिसर में बार बार विद्युत आपूर्ति खंडीत होने को तकनीकी दोष जिम्मेदार नहीं है, बल्कि मानवी हस्तक्षेप के चलते विद्युत आपूर्ति बार बार खंडीत होती है. ऐसा प्रत्यक्ष मुआयने में दिखाई दिया. महावितरण विद्युत ग्राहकों को सुचारु सेवा देने के लिए कटिबद्ध है किंतु लोगों ने भी सहयोग करना चाहिए. इस तरह का आवाहन महावितरण के मुख्य अभियंता सुचित्रा गुजर ने किया है.
विद्युत ग्राहकों को विद्युत आपूर्ति करने के लिए समूचे शहर में आवश्यकता के अनुसार उच्चदाब व कम दबाव की विद्युत वाहिनी, रोहित्र, बिजली के खंबे खडे किये गये है. एक विद्युत वाहिनी पर हजारों ग्राहक रहने से एखाद जगह भले ही फॉल्ट हुआ है, उसका झटका उस वाहिनी पर रहने वाले सभी ग्राहकों को लगता है. कडबी बाजार परिसर में विद्युत आपूर्ति करते समय चीनी मांजा, पतंग यह महत्वपूर्ण बाधा साबित होती है. विद्युत वाहिनी, रोहित्र व बिजली खंबे पर पतंग कटने से तथा मांजा विद्युत वाहिनी में लपेटे जाने से विद्युत वाहिनी एक दूसरे को लगकर फॉल्ट होने का प्रमाण बढता है, ऐसा निदर्शन में आया है. परिणाम स्वरुप फंसी हुई पतंग व मांजा निकालने के लिए वह समूचे विद्युत वाहिनी की विद्युत आपूर्ति बंद करनी पडती है. इसके अलावा पतंग व मांजे से होने वाले फॉल्ट तलाशना काफी महत्वपूर्ण है. मांजा व पतंग यह विद्युत वाहिनी की दोनों खंबे के भीतर फंसे हो, तो उस जगह से मांजा निकालना मुश्किल जाता है. चीनी मांजा काफी पक्का रहने से टूटा हुआ मांजा खिंचते समय विद्युत वाहिनी एक दूसरे को लगकर समय आने पर बडी दुर्घटना की संभावना नकारी नहीं जाती. इसके अलावा 11 केवी उच्चदाब की विद्युत वाहिनी से सुरक्षित दूरी न रखते हुए अनेक लोगों ने अपने घर बांधे है. उसके बाद सुरक्षा के उपाय के तौर पर स्वयं लोगों ने ही बांस से 11 केवी विद्युत वाहिनियों को घर से दूर करने का काम वे करते है. जिससे कई बार विद्युत आपूर्ति खंडीत होने की बात निदर्शन में आयी है. इस कारण संभावित दुष्परिणाम को देखते हुए पतंग उडाते समय वह विद्युत वाहिनियों को दूर खूले मैदान में ही उडाने चाहिए. सुरक्षा के उपाय के तौर पर घर को लगकर गयी हुई विद्युत वाहिनी को कोई भी लकडियों का आधार न देें. इस तरह का आवाहन मुख्य अभियंता ने किया है.





