शिक्षाधिकारी सिध्देश्वर कालुसे व रोहिणी कुंभार गिरफ्तार
100 करोड का शालार्थ आयडी घोटाला

नागपुर/ दि. 31- नागपुर में चर्चित शालार्थ आयडी घोटाला में विशेष जांच दल एसआयटी ने बुधवार को बडी कार्रवाई करते हुए शिक्षाधिकारी (प्राथमिक) सिध्देश्वर कालुसे और शिक्षाधिकारी (माध्यमिक) रोहिणी कुंभार को गिरफ्तार किया. दोनों आरोपियों को कोर्ट में प्रस्तुत कर पुलिस कस्टडी मांगी गई. किंतु कोर्ट ने पीसीआर देेने से मना कर दिया. जिससे आरोपियों को न्यायिक हिरासत में बुधवार को जेल रवाना किया गया. इस प्रकरण में अब तक 20 लोगों को पकडा जा चुका है. उनमें कई अधिकारी, दो मुख्याध्यापक एवं 4 लिपिक शामिल है.
* पुलिस की रिविजन याचिका
गिरफ्तार आरोपी शिक्षाधिकारी कालुसे तथा कुंभार की पूछताछ आवश्यक होने एवं उससे घोटाले की अगली कडी उजागर होने की संभावना एसआयटी ने व्यक्त की है. एसआयटी का मानना है कि पूछताछ और जांच में कई बातें सामने आ सकती है. ऐसे में पुलिस की ओर से अदालत में रिविजन याचिका दायर कर कोर्ट से कस्टडी के लिए पुन: अनुरोध किया जा सकता है.
* तीन वर्षो में 398 बोगस आयडी
रोेहिणी कुंभार और सिध्देश्वर कालुसे के पास मार्च 2022 से शिक्षाधिकारी के रूप में जिम्मेदारी थी. कुंभार के दो वर्षो के कार्यकाल में लगभग 244 बोगस शालार्थ आयडी जारी हुए. उपरांत कालुसे के कार्यकाल में 154 बोगस शालार्थ आयडी निकाले गये. तीन वर्षो में 398 बोगस शालार्थ आयडी जारी कर उन शिक्षकों का वेतन भी अदा किया गया. दूसरी बात यह भी है कि दोनों अधिकारियों ने अपने आर्थिक लाभ के लिए वेतन प्रक्रिया अपनाई. जिसके माध्यम से तीन वर्षो में राज्य सरकार से 100 करोड से अधिक का फ्रॉड होने का खुलासा जांच में होने का दावा एसआयटी प्रमुख तथा पुलिस उपायुक्त नित्यानंद झा ने किया.





