नाशिक में एकनाथ शिंदे को फिर बड़ा झटका

ऐन चुनाव से पहले शिवसेना शिंदे गुट में नाराज़गी बढ़ी

नाशिक/दि.17 – राज्य में स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनाव की घोषणा चुनाव आयोग ने कर दी है. आगामी 2 दिसंबर को नगर-पंचायत और नगर-परिषद चुनावों के लिए मतदान होगा, जबकि 3 दिसंबर को मतगणना की जाएगी. इसी के साथ नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. सभी राजनीतिक दल इच्छुक उम्मीदवारों को टिकट देने में बेहद सतर्कता बरत रहे हैं, क्योंकि टिकट न मिलने पर कई नेता पार्टी छोड़ने की तैयारी में रहते हैं. इसी पृष्ठभूमि में नासिक से एक बड़ी राजनीतिक हलचल सामने आई है.
जानकारी के अनुसार, इगतपुरी में शिवसेना शिंदे गुट को तगड़ा झटका लगा है. चुनाव के ठीक पहले युवा सेना तालुका उपाध्यक्ष, शहराध्यक्ष, उपशहराध्यक्ष सहित कई पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है. पदाधिकारियों का आरोप है कि टिकट वितरण में उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. अचानक पार्टी में आए नए लोगों को उमेदवारी दे दी गई. जो कार्यकर्ता दो वर्षों से संगठन खड़ा कर रहे थे, उनका कोई विचार नहीं किया गया. वरिष्ठ नेताओं ने संगठनात्मक हितों की बजाय व्यक्तिगत राजनीति को प्राथमिकता दी.
इस्तीफ़ा देने वाले सभी पदाधिकारियों ने अब जिलाध्यक्ष डी.जी. सूर्यवंशी की उपस्थिति में शिवसेना ठाकरे गुट में प्रवेश कर लिया है. खबर यह भी है कि इनमें से कुछ लोगों को ठाकरे गुट ने टिकट भी दे दिया है. चुनाव के ऐन मौके पर होने वाले इस तरह के पार्टी-प्रवेश अब सभी दलों के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं. नाराज़ इच्छुकों को मनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ रही है. लेकिन इगतपुरी की यह घटना निश्चित रूप से शिंदे गुट के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है.

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