चिखलदरा में रोचक मोड पर पहुंचा चुनाव
भाजपा के लिए पूरी ताकत झोंक रहे विधायक रवि राणा

* खुद सीएम फडणवीस भी व्यक्तिगत तौर पर दिखा रहे रुची
* चिखलदरा के विकास का मुद्दा भाजपा द्वारा जमकर उछाला जा रहा
* पर्यटन नगरी के मतदाता फिलहाल मौन, लेकिन जमकर वोटिंग होने का अनुमान
* 3355 में से 3000 के करीब पड सकते है वोट, बाहरगांव गए 250 मतदाता भी लौटेंगे वोट डालने
* नगराध्यक्ष पद को लेकर त्रिकोणीय मुकाबले वाली स्थिति
* भाजपा के राजेंद्र सोमवंशी व कांग्रेस के शेख अब्दुल के बीच मुख्य मुकाबला
* प्रहार पार्टी की सविता गावंडे भी कर रही कडी मेहनत
* पूरे चिखलदरा शहर में पुलिस का बेहद तगडा बंदोबस्त
चिखलदरा /दि.1- नगराध्यक्ष चुनाव ने चिखलदरा की राजनीतिक फिजां में अप्रत्याशित गर्मी पैदा कर दी है. मुकाबला अब बेहद रोचक मोड़ पर पहुंच चुका है. भाजपा ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाते हुए पूरी ताकत झोंक दी है. भाजपा के समर्थन में रहनेवाले विधायक रवि राणा लगातार दौरे और बैठकों के माध्यम से भाजपा उम्मीदवार को बढ़त दिलाने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं इस चुनाव में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी व्यक्तिगत दिलचस्पी दिखा रहे हैं. साथ ही भाजपा द्वारा चिखलदरा के विकास और पर्यटन नगरी की उपेक्षित सुविधाओं का मुद्दा जोरशोर से उछाला जा रहा है, जिसके तहत सीएम फडणवीस की धारणी में हुई सभा का हवाला देते हुए भाजपा सहित विधायक रवि राणा द्वारा कहा जा रहा है कि, चिखलदरा में भाजपा की सत्ता स्थापित होने के बाद पर्यटन नगरी के विकास हेतु निधि की कोई कमी नहीं पडने दी जाएगी.
जहां एक ओर राजनीतिक दलों द्वारा जिले की सबसे छोटी नगर पालिका रहनेवाली चिखलदरा नगर परिषद के महज 3355 मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने हेतु तमाम तरह के हथकंडों का प्रयोग किया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर पर्यटन नगरी के मतदाता अभी तक मौन हैं. हालांकि आंतरिक रूप से चुनावी सरगर्मी शिखर पर है. जिसके मद्देनजर राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मतदान के दिन जोरदार मतदान की पूरी संभावना है. माना जा रहा है कि चिखलदरा नगर परिषद में कुल 3355 पंजीकृत मतदाताओं में से लगभग 3000 वोट पड़ने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा बाहरगांव गए 250 मतदाता भी वोट डालने वापस लौटने की संभावना व्यक्त की जा रही है, जिससे मतदान प्रतिशत रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच सकता है.
उल्लेखनीय है कि, पर्यटन नगरी रहनेवाले चिखलदरा के निकाय में नगराध्यक्ष पद पर चुनावी जंग त्रिकोणीय रूप ले चुकी है, जिसके तहत भाजपा के राजेंद्र सोमवंशी, कांग्रेस के शेख अब्दुल शेख हैदर व प्रहार जनशक्ति पार्टी की सविता गावंडे चुनावी मैदान में है. इन तीनों में से मुख्य मुकाबला भाजपा के राजेंद्रसिंह सोमवंशी व कांग्रेस के शेख अब्दुल शेख हैदर के बीच जा रहा है, वहीं इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक रही प्रहार पार्टी की उम्मीदवार सविता गावंडे भी आक्रामक प्रचार के चलते समीकरण बिगाड़ने की क्षमता रखती हैं, जिससे मुकाबला और भी रोमांचक हो गया है.
जहां एक ओर पर्यटन नगरी चिखलदरा में चुनावी जंग को जीतने हेतु सभी राजनीतिक दलों द्वारा अपनी पूरी ताकत झोंकने के साथ ही मतदाताओं को लुभाने हेतु तमाम तरह के दांवपेंच चलाए जा रहे है. वहीं दूसरी ओर चुनाव एवं मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से व सुरक्षित तरीके से संपन्न कराने हेतु चिखलदरा शहर में ग्रामीण पुलिस द्वारा बेहद कड़ा बंदोबस्त किया गया है. जिसके तहत संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त पुलिस बल और क्विक रिस्पांस टीमें तैनात की गई हैं. चुनाव प्रचार अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है और अब हर पक्ष मतदाताओं को साधने के लिए पूरी शक्ति झोंक रहा है. चिखलदरा के परिणाम इस बार जिले की राजनीति में नया समीकरण बनाने की क्षमता रखते हैं.





