मुंबई:शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि अमिताभ बच्चन को कोरोना वायरस का ज्यादा कोरोना इंफेक्शन नहीं है, लेकिन उनकी मेडिकल हिस्ट्री देखते हुए अत्यधिक सावधानी बरती जा रही है। जब उन्हें लाया गया था तो उनका ऑक्सीजन स्तर कम था। बता दें कि बच्चन को लीवर और किडनी की भी समस्या है।
डॉ अब्दुल एस अंसारी कर रहे इलाज | नानावटी सूत्रों ने बताया है कि अमिताभ अभी क्रिटिकल केयर सर्विसेज के डायरेक्टर डॉ अब्दुल एस अंसारी के साथ तीन डॉक्टरों की निगरानी में है। अस्पताल ने डॉ अंसारी को अमिताभ की देखभाल के लिए विशेष रूप से नियुक्त किया है। कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद उनके अन्य टेस्ट भी किए जा रहे हैं।
सूत्रों ने बताया है कि अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन को भी हल्के लक्षण हैं और उन्हें भी एडमिट किया जा सकता है। इसके अलावा अमिताभ के घर में काम करने वाले कर्मचारियों और उनके पर्सनल स्टाफ का भी कोरोना टेस्ट करवाया जाएगा।
अमिताभ बच्चन पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से जूझ चुके हैं। इनमें से कुछ को वे मात दे चुके हैं। वहीं, कुछ से वे अब भी जूझ रहे हैं। उन्हें हेपेटाइटिस-बी हुआ था, जिसके चलते उनका 75 फीसदी लिवर खराब हो गया। वे टीबी को मात दे चुके हैं, लेकिन अस्थमा जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं। अमिताभ को क्या-क्या बीमारियां हुईं, उन पर एक नजर:-
‘कुली’ के एक्सीडेंट के बाद हो गया था हेपेटाइटिस-बी
1983 में आई फिल्म ‘कुली’ के एक सीन में पुनीत इस्सर के साथ एक फाइट सीन में अमिताभ बच्चन बुरी तरह घायल हो गए थे। अंदरूनी ब्लीडिंग के कारण बिग-बी के शरीर में खून की काफी कमी हो गई थी।
उन्हें चढ़ाने के लिए आनन-फानन में करीब 200 डोनर्स से 60 बोतल ब्लड इकट्ठा किया गया था। इस दौरान हुई लापरवाही से एक हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित व्यक्ति का खून बिग बी को चढ़ा दिया गया था, जिसके बाद वे भी हेपेटाइटिस-बी से संक्रमित हो गए थे।
डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइन के कारण सर्जरी करानी पड़ी
‘कुली’ के दौरान अमिताभ को मिली चोट बेहद खतरनाक थी। कुछ साल पहले उनके पेट में प्रॉब्लम हुई थी। डाइवर्टिक्युलाइटिस ऑफ स्मॉल इंटेस्टाइन नाम की इस बीमारी को ठीक करने के लिए अमिताभ ने सर्जरी करवाई थी। इसके चलते उनके पेट में तेज दर्द और पाचन तंत्र में गड़बड़ी पैदा हो जाती है।
मायस्थेनिया ग्रेविस से लड़ चके बिग बी
‘कुली’ के दौरान हुई दुर्घटना के बाद उन्होंने दवाईयों के भारी डोज लिए थे। इससे एक्सीडेंट के कुछ ही समय बाद वे मायस्थेनिया ग्रेविस नामक बीमारी से ग्रसित हो गए थे।
बाद में बिग बी को हुआ लिवर सिरोसिस
अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि हेपेटाइटिस-बी वायरस के इफेक्शन ने उनके लिवर पर क्या असर डाला है? यह बात उन्हें करीब 18 साल बाद तब पता चली, जब साल में उन्होंने रूटीन चेकअप कराया।
रिपोर्ट में सामने आया कि वायरस के कारण लिवर बुरी तरह संक्रमित है और लिवर सिरोसिस हो गया है। और नतीजा यह रहा है कि 2012 में लिवर का 75 फीसदी संक्रमित हिस्सा काटकर अलग किया गया। बिग-बी अब 25 फीसदी लिवर के साथ जी रहे हैं।
इसके बाद से ही उनके लिवर का फंक्शन कमजोर हो गया। उस एक एक्सीडेंट ने उनके पेट के इंटरनल पोर्शन को इतना नुकसान पहुंचाया कि अभी तक उसके साइड इफेक्ट सामने आते रहते हैं।
अस्थमा से जूझ रहे अमिताभ बच्चन
अमिताभ बच्चन को अस्थमा की बीमारी भी है। अस्थमा फेफड़ों से जुड़ी बीमारी है। इसमें बॉडी के एयरवेज (वायुमार्ग) संकरे हो जाते हैं और ऑक्सीजन सही मात्रा में फेफड़ों तक नहीं पहुंच पाती। अस्थमा अटैक तब आता है जब धूल के कण ऑक्सीजन ले जाने वाली नलियों को बंद कर देते हैं।
टीबी से जंग लड़ चुके हैं अमिताभ
अमिताभ बच्चन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि साल 2000 में उन्हें टीबी डिटेक्ट हुआ था। हालांकि उन्होंने समय रहते दवा ली और एकदम ठीक हो गए। बिग बी ने कहा था कि अगर यह बीमारी उन्हें हो सकती है तो किसी को भी हो सकती है। बिग बी ने यह भी कहा था कि अगर टीवी का रोगी दवा में कोई कोताही न बरते तो वह आराम से काम कर सकता है।