प्रवेश नियम सख्त, फिरभी मंत्रालय परिसर में सजा बाजार

त्रिमूर्ति प्रांगण पर लगे विविध वस्तुओं के स्टॉल

* नागरिकों की हो रही भीड
मुंबई/दि.8 – जिस मंत्रालय में राज्य की जनता की दृष्टि से महत्वपूर्ण निर्णय, बैठक, परिषद और चर्चा आदि महत्वपूर्ण कामकाज शुरु रहता है, वहां अब त्रिमूर्ति प्रांगण में गणेशोत्सव से तथा दशहरा-दिवाली निमित्त बडा बाजार लगा है. आचार, मिर्च-मसाले से लेकर पापड, साडियां, रेडिमेड कपडे, जूते, चप्पल भी उपलब्ध हैं. इसलिए मंत्रालय में काम से आए मंत्रालय के कर्मचारी और नागरिक तथा सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले पुलिसकर्मी भी इस स्टॉल पर खरीदारी कर रहे हैं.
मंत्रालय को कॉर्पोरेट चेहरा देकर कामकाज में अनुशासन लाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के निर्देशानुसार, मंत्रालय में प्रवेश के लिए डिजिटल एंट्री, फेस स्कैनिंग पद्धति समेत कई उपाय किए गए हैं. इसके लिए अत्याधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है और चेहरे की पहचान या डिजिटल आईडी के बिना प्रवेश संभव नहीं है. इतनाही नहीं तो, चरण-चरण में, हर मंजिल पर ऐसी सुरक्षा व्यवस्था स्थापित की जाएगी और नागरिकों को केवल उसी हिस्से में प्रवेश की अनुमति होगी जहां काम हो रहा हो.
नागरिकों को प्रवेश पर कई प्रतिबंध हैं और गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, भोजन के पैकेट, पानी की बोतलें, दवाइयां आदि लाना वर्जित है. आम जनता के लिए सुरक्षा नियम कडे कर दिए गए हैं, लेकिन मंत्रालय का त्रिमूर्ति प्रांगण पिछले कुछ दिनों से लोगों से भरा पडा है. हर जिले के उत्पाद, बचत गट और स्वयंसेवी संस्थाओं के उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मंत्रालय के त्रिमूर्ति प्रांगण में स्टॉल लगाने की अनुमति दी जाती है. इसे खरीदने के लिए मंत्रालयीन कर्मचारियों के साथ ही कामकाज के लिए आने वाले नागरिक व अन्य लोग भीड कर रहे है.
* सुविधा के नियम?
सवाल उठाया गया है कि अगर आम जनता खाने के पैकेट और पानी की बोतलें लेकर आती है तो इससे मंत्रालय में सुरक्षा संबंधी समस्या पैदा होती है, ऐसे में अगर कोई इस स्टॉल पर ऐसी चीजें खरीदता है तो सुरक्षा नियमों के अनुसार कैसे काम करेगी?

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