मंत्रियों के पीए को फडणवीस का अल्टीमेटम

मूल विभागों में जिम्मेदारियां संभालने का निर्देश

* सीएम का महत्वपूर्ण कदम                                                                                                                                                  मुंबई/ दि. 24 – मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने महायुति की सरकार का नेतृत्व करने के बावजूद अनेक मायनों में अपना पारदर्शी और कडा रूख कायम रखा है. उन्हाेंंने मंत्रियों के निजी सचिवों को अपने मूल विभाग में जाने के आदेश दिए हैं. सीएमओ से इस प्रकार के आदेश पहले भी मौखिक रूप से दिए गये थे. उसे अनसुना किया गया. ऐसे में फडणवीस का ताजा आदेश अल्टीमेटम के अंदाज में रहने का दावा सूत्रों ने किया है. राज्य में महायुति सरकार में बीजेपी शिवसेना और राकांपा तीन प्रमुख दल शामिल है. तीनों दलों की आपसी कुरबुर समय- समय पर सामने आती रहती है. इसी कडी में फडणवीस का ताजा आदेश इस महायुति में कुछ लोगों को खफा करनेवाला बताया जा रहा है.
फडणवीस ने मंत्रियों के निजी सहायकों को तत्काल मूल विभाग में पदस्थ होने कहा है. फलस्वरूप मंत्रियों की धुकधुकी बढ गई है. इससे पहले भी फडणवीस ने 7 मंत्रियों को ओएसडी और पीए नियुक्ति की अनुमति देने से इंकार कर दिया था. अब फिर उन्होंने आदेश जारी किया है. मूल विभाग में अनुपस्थित रहनेवाले अधिकारियों को शोकॉज नोटिस दिए जाने की संभावना जताई जा रही है. सीएम फडणवीस का साफ इरादा है कि सरकार की छवि साफ सुथरी, निष्कलंक रहनी चाहिए. इसके लिए प्रशासन के चुनिंदा अधिकारियों को ही मंत्रियों के पीए और ओएसडी बनाए जाने पर उनका पहले दिन से जोर है.
सूत्रों ने दावा किया कि सीएमओ के आदेश से 7 मंत्री खफा है. उनमें 5 मंत्री शिवसेना के हैं. बीजेपी का भी एक मंत्री अपने सीएम से नाराज बताया जा रहा है. इन मंत्री महोदय को मनपसंद अधिकारी अपने पीए के रूप में चाहिए. नाराज मंत्रियों में यवतमाल के संजय राठोड, कोकण के उदय सामंत, शंभूराजे देसाई, गुलाबराव पाटिल बताए जा रहे हैं. इन लोगों ने डीसीएम एकनाथ शिंदे के घर और दफ्तर के चक्कर लगाना शुरू कर दिया है.

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