नकली पुलिसवालों का जिले में ‘हैदोस’
दो स्थानों पर लूटपाट की घटना को दिया अंजाम

* दोनों स्थानों पर लूटेरों की ‘मोडस ऑपरेंडी’ रही ‘सेम टू सेम’
* बुलेट पर सवार थे दोनों नकली पुलिसवाले
* आगे मर्डर हुआ रहने का धाक दिखाकर लूटा
अमरावती/दि.6 – इस समय जिले में नकली पुलिसवालों ने अच्छा-खासा ‘हैदोस’ मचा रखा है. ऐसे नकली पुलिसवाले लोगों को सामने कोई गंभीर अपराध घटित हुआ रहने का धाक दिखाकर उनके पास से सोने के आभूषणों की लूटपाट कर रहे है. ऐसी ही दो घटनाएं जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दो स्थानों पर घटित होने की जानकारी सामने आई है. जिसके तहत वरुड एवं तलेगांव दशासर पुलिस थाना क्षेत्रों में बुलेट पर सवार दो लोगों ने खुद को पुलिस वाला बताते हुए दो लोगों के पास से सोने के आभूषण लूट लिए. खास बात यह रही कि, दोनों ही स्थानों पर लूटपाट करते समय नकली पुलिसवालों की ‘मोडस ऑपरेंडी’ बिल्कुल एकसमान थी. जिससे कयास लगाया जा रहा है कि, दोनों ही वारदातें एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दी गई.
इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक वरुड पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत जागृत शाला के सामने से बाबूराव बाजीराव सोनुले (64, लक्ष्मी नगर) अपनी इलेक्ट्रॉनिक स्कूटी पर सवार होकर जा रहे थे, तभी दो अज्ञात युवक बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर वहां पहुंचे और उन्हें हाथ दिखाकर रुकाया. इस समय उन दोनों लोगों ने खुद को पुलिसवाला बताते हुए कहा कि, वरुड शहर में मर्डर हुआ है और वे सभी वाहनों की जांच-पडताल कर रहे है. यह कहने के साथ ही उन दोनों लोगों ने बाबूराव सोनुले को स्कूटी की डिक्की खोलने हेतु कहा और जब बाबूराव सोनुले अपने वाहन की डिक्की खोल रहे थे, तो उन दोनों अज्ञात लोगों ने बाबूराव सोनुले से कहा कि, शहर में इतने अपराध घटित हो रहे, ऐसे समय सोने के आभूषण पहनकर घुमना ठीक नहीं है, यह कहने के साथ ही उन दोनों लोगों ने बाबूराव सोनुले से शरीर पर रहनेवाले गहने उतारकर स्कूटी की डिक्की में रखने के लिए कहा. यह सुनते ही बाबूराव सोनुले ने अपने शरीर पर रहनेवाली 40 ग्राम सोने की चैन, 20 ग्राम सोने की दो अंगूठियां ऐसे कुल 60 ग्राम सोने के आभूषण उतारे. जिन्हें आरोपियों ने एक कागज की पुडियां में बांधकर बाबूराव सोनुले को डिक्की में रखने के लिए दिया और दोनों आरोपी वहां से चले गए. लेकिन कुछ समय बाद संदेह होने पर जब बाबूराव सोनुले ने डिक्की खोलकर कागज की उस पुडियां को देखा, तो उसमें नकली सोने के आभूषण रखे हुए थे. जिन्हें देखते ही बाबूराव सोनुले को अपने साथ हुई जालसाजी व लूटपाट का अंदाजा हुआ और सोनुले ने वरुड पुलिस थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई.
कुछ इसी तरह तलेगांव दशासर पुलिस थाना क्षेत्र अंतर्गत भी घटना घटित हुई. जहां पर अरुण लक्ष्मण गोरे (68, गाडगे नगर, यवतमाल) अपनी पत्नी के साथ अपनी दुपहिया पर सवार होकर एक रिश्तेदार की मय्यत में जा रहे थे, तभी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो लोगों ने उन्हें रुकवाया और खुद को पुलिसवाला बताते हुए कहा कि, आगे वाले रास्ते पर मर्डर हुआ है, अत: शरीर पर रहनेवाले सभी आभूषण निकालकर बैग में रखो. जिसके चलते अरुण गोरे की पत्नी ने अपने गले से सोने के मंगलसूत्र, गोफ व पोत ऐसे कुल 77.5 ग्राम सोने के आभूषण सहित हाथ की अंगूठी निकाली, इन सभी आभूषणों को उन दोनों नकली पुलिसवालों ने कागज की एक पुडिया में बांधकर अरुण गोरे के हाथ में थमाया और वहां से चले गए. जिसके कुछ देर बार जब गोरे दंपति को कुछ संदेह हुआ तो उन्होंने कागज की उस पुडिया को खोलकर देखा, जिसमें नकली सोने के आभूषण रखे हुए थे. यह देखते ही गोरे दंपति ने तुरंत ही तलेगांव दशासर पुलिस थाने पहुंचकर अपने साथ हुई जालसाजी व लूटपाट की शिकायत दर्ज कराई.
दोनों ही मामलो में पुलिस ने बीएनएस की धारा 319 (2), 318 (4), 204 व 3 (5) के तहत अपराधिक मामले दर्ज करते हुए जांच करनी शुरु की.





