किसानों को कर्जमाफी की आदत पड गई

सहकार मंत्री बाबासाहेब पाटिल के बयान से मचा हंगामा

मुंबई ./दि.11- विगत कुछ दिनों से महायुति सरकार के मंत्री अपने विवादास्पद बयानों के चलते खुद अपनी ही सरकार को मुश्किलों में डाल रहे है. जिसकी वजह से विपक्ष द्वारा सरकार को जमकर घेरा जा रहा है. वहीं अब शुक्रवार को अजीत पवार गुट वाली राकांपा से वास्ता रखनेवाले राज्य के सहकार मंत्री बाबासाहेब पाटिल ने किसान कर्जमाफी को लेकर एक बेहद असंवेदनशील बयान जारी किया है. जिसके चलते सीएम देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्ववाली राज्य सरकार मुश्किलों में फसती नजर आ रही है और विपक्ष द्वारा राज्य सरकार की जमकर आलोचना भी की जा रही है.
बता दें कि, सहकार मंत्री बाबासाहेब पाटिल ने किसान कर्जमाफी के मुद्दे को लेकर बयान देते हुए कहा कि, इन दिनों सभी लोगों को कर्जमाफी की आदत पड चुकी है और हमारे जैसे राजनेता लोग भी तुरंत कर्जमाफी का आश्वासन दे देते है. क्योंकि हमें भी चुनाव जीतना और चुनकर आना है. यदि नागरिकों द्वारा यह मांग रखी जाए कि, जो हमें विकास निधि लाकर देगा, हम उसे ही मतदान करेंगे, तो हम जैसे नेता भी विकास कामों का ही आश्वासन देंगे. ऐसे में मांग रखनेवाले लोगों ने तय करना चाहिए कि, कौनसी मांग रखी जानी चाहिए. साथ ही नेताओं से कौनसे आश्वासन लेने है, इस पर भी विचार करना चाहिए.
विशेष उल्लेखनीय है कि, हाल ही में महाराष्ट्र के कई हिस्सों में अतिवृष्टि व बाढ के चलते खेती-किसानी और फसलों का बडे पैमाने पर नुकसान हुआ है. जिसके चलते किसानों के लिए राहत पैकेज व कर्जमाफी की मांग जोर पकड रही है. साथ ही राज्य सरकार ने भी अब तक के इतिहास में सबसे बडा राहत पैकेज घोषित किया है. परंतु दूसरी ओर अजीत पवार गुट वाले राकांपा के कोटे से मंत्री रहनेवाले बाबासाहेब पाटिल द्वारा किसान कर्जमाफी को लेकर विवादास्पद बयान दिया गया. हालांकि इसे लेकर हंगामा मचते ही मंत्री पाटिल ने कहा कि, उनके बयान का गलत अर्थ निकाला गया है. वे किसान कर्जमाफी के खिलाफ नहीं है और उनका उद्देश्य किसानों का दिल दुखाने का भी नहीं था.

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