अंतत: बाप्पा प्रसन्न
जिले की पेयजल की चिंता खत्म

* अमरावती और बडनेरा को भी मिलेगा भरपूर पेयजल
* अप्पर वर्धा बांध में दो वर्षों का श्रेष्ठ जलसंग्रहण
अमरावती/दि.3 – जिले की पेयजल की चिंता मोटे तौर पर दूर हो गई है. अप्पर वर्धा बांध के कैचमेंट एरिया में भरपूर बारिश पिछले सप्ताहभर से हो रही है. जिसके कारण मंगलवार को बांध के सभी 13 गेट खोलने पडे. इसी के साथ अमरावती और बडनेरा शहर सहित मोर्शी व आसपास के सैकडों गांवों की पेयजल की समस्या दूर हो गई है. जानकारों की माने तो पश्चिम विदर्भ के सबसे बडे डैम नल-दमयंती सागर में दो वर्षों का सर्वश्रेष्ठ जलसंग्रह हो गया है. इधर अमरावती में महाराष्ट्र जीवन प्राधिकरण के कार्यकारी अभियंता संजय लेवरकर ने भी बताया कि, बांध में पर्याप्त पानी रहने से अब केवल समय पर उसके शुद्धीकरण का मामला रह गया है, जो कि दैनंदिन प्रक्रिया है.
* चिंता मिटी, पर्याप्त जल
अमरावती महानगर के लाखों लोगों को वैसे भी पिछले डेढ दशक से थोडे-बहुत अंतराल छोडकर पर्याप्त पेयजल मिलता रहा है. जिसके कारण कुछ वर्ष पहले कई भागों में 24 बाय 7 योजना भी लागू किए जाने का विचार और कार्यवाही हो रही थी. बहरहाल अप्पर वर्धा बांध की ताजा स्थिति के अनुसार अमरावती और बडनेरा शहर को पर्याप्त जलापूर्ति हो सकेगी. बांध से अब 7 गेट से जल निकासी की जा रही है. जबकि वह क्षमता से 93 प्रतिशत लबालब है.
* अमरावती में रोज की खपत
मजीप्रा के कार्यकारी अभियंता संजय लेवरकर ने अमरावती मंडल को बताया कि, शहर में रोज 130 दशलक्ष लीटर पानी की आवश्यकता होती है. उतना पानी मजीप्रा मजे से सप्लाई कर रहा है. अमरावती और बडनेरा मिलाकर दो दर्जन से अधिक जलकुंभ विभिन्न एरिया में स्थापित है. जहां तय नियोजन अनुसार दो दिनों में एक बार पेयजल छोडा जाता है. उन्होंने बताया कि, बांध का पानी अमरावती तक बिछाई गई 40 किमी लंबी पाइप लाइन से सप्लाई होता है. जिसे तपोवन में स्थित दो फिल्टर से शुद्ध करने पश्चात ही शहर को जलापूर्ति की जाती है. कार्यकारी अभियंता लेवरकर ने बताया कि, दोनों शुद्धीकरण की क्षमता 95 और 61 दशलक्ष लीटर की है. शुद्धीकरण हेतु 24 घंटे का वक्त लगता है.
* पाइप लाइन की मंजूरी
अमरावती-मोर्शी सिंभोरा बांध की लगभग 40 किमी विस्तृत पाइप लाइन के तीन दशक पुरानी हो जाने से नई पाइप लाइन के आच्छादन की योजना और करीब एक हजार करोड के खर्च को राज्य शासन के वित्त विभाग की स्वीकृति मिल गई है. अति शीघ्र नई पाइप लाइन का कार्य प्रारंभ हो जाना है. पुरानी पाइप लाइन के बार-बार टूट-फूट के कारण जनप्रतिनिधियों ने महत्प्रयासों से इसे शासन-प्रशासन से स्वीकार कर लाया है.
* सिंचाई और उद्योगों को पानी
अप्पर वर्धा बांध से ही जिले के हजारो हेक्टेअर खेतों की सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाता है. सिंचाई विभाग इसके लिए खटपट करता है. विभाग का कहना है कि, अप्पर वर्धा का ताजा जलस्तर इतना है कि, सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध रहेगा. उल्लेखनीय है कि, उद्योगों के लिए भी पानी आरक्षित किया जाता है. अमरावती में निकट भविष्य में आनेवाले पीएम मित्र सहित उद्योगधंधों के लिए पर्याप्त पानी आखिरकार गणेशोत्सव दौरान उपलब्ध हो गया. जिससे कुछ लोग गणपति बाप्पा प्रसन्न होने की भावना भी व्यक्त करते हैं.





