आखिर जयंत पाटिल ने राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा
शशीकांत शिंदे के आगामी मंगलवार से जिम्मा संभालने की चर्चा

* शरद पवार द्वारा ‘भाकरी’ पलटाए जाने को लेकर जबरदस्त चर्चा
पुणे/दि.12 – शरद पवार गुट वाली राकांपा में नेतृत्व के बदलाव को लेकर एक बडी हलचल सामने आई है. जब विगत 7 वर्षों से राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहनेवाले जयंत पाटिल ने आज अचानक ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसके साथ ही अब यह चर्चा जोर पकड रही है कि, पाटिल के स्थान पर आगामी मंगलवार 15 जुलाई से शशीकांत शिंदे द्वारा प्रदेशाध्यक्ष पद का जिम्मा संभाला जाएगा. इस जानकारी के सामने आते ही अब यह माना जा रहा है कि, आखिरकार सिनीयर पवार ने स्वायत्त निकायों के चुनाव से पहले ‘भाकरी’ को पलट दिया है.
यहां यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि, विगत लंबे समय से राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहनेवाले जयंत पाटिल ने कुछ दिन पहले ही पार्टी नेतृत्व के सामने खुद को पदमुक्त किए जाने का निवेदन किया था. विगत 10 जून को पार्टी के स्थापना दिवस पर उन्होंने सार्वजनिक रुप से इस मांग को दोहराते हुए कहा था कि, उन्हें पवार साहब ने 7 साल तक प्रदेशाध्यक्ष पद पर काम करने का मौका दिया और अब उनके स्थान पर किसी नए चेहरे को मौका दिए जाने की जरुरत है. जिसके बाद अब जयंत पाटिल ने अचानक ही प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके चलते राजनीतिक चर्चाओं का दौर काफी अधिक तेज हो गया है. जिसमें कहा जा रहा है कि, आखिरकार सिनीयर पवार ने अपनी पार्टी में नेतृत्व को लेकर ‘भाकरी’ को पलटा दिया है तथा अब शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा में ‘नया गडी, नया राज’ वाला दौर शुरु होने जा रहा है.

* डेप्युटी सीएम अजीत पवार ने मुद्दे से बनाई दूरी
उल्लेखनीय है कि, राकांपा में दोफाड होने से पहले चर्चा थी कि, प्रदेशाध्यक्ष पद पर अजीत पवार की नजर है. जिसके नहीं मिलने पर राकांपा में बगावत हुई. ऐसे में अब शरद पवार गुट वाली राकांपा में प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर हुए बदलाव के बारे में बारामती के दौरे पर रहनेवाले डेप्युटी सीएम अजीत पवार से जब मीडिया द्वारा प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ कहने से टाल दिया. साथ ही साथ वे इस मुद्दे से काफी हद तक बचते हुए दूरी बनाते दिखे. वहीं अजीत पवार गुट वाली राकांपा से वास्ता रखनेवाले मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि, जयंत पाटिल द्वारा पद छोड दिए जाने की खबर के बारे में उन्हें कुछ भी पता नहीं है और यदि ऐसा कुछ हुआ भी है तो वह शरद पवार गुट वाली राकांपा का अंतर्गत मामला है.

* नियमित प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है बदलाव
वहीं दूसरी ओर भाजपा से वास्ता रखनेवाले राज्य के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भी जयंत पाटिल द्वारा प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने को शरद पवार गुट वाली राकांपा का अंतर्गत मामला बताते हुए कहा कि, जयंत पाटिल विगत लंबे समय से शरद पवार गुट वाली राकांपा के प्रदेशाध्यक्ष पद पर थे. ऐसे में संभवत: बदलाव की नियमित प्रक्रिया के तहत पार्टी द्वारा किसी नए चेहरे की नियुक्ति को लेकर निर्णय लिया गया होगा.

* पार्टी नेतृत्व का निर्णय रहेगा मान्य
– अपने नाम की चर्चा शुरु होते ही बोले शशीकांत शिंदे
इसके साथ ही शरद पवार गुट वाली राकांपा में प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए अपने नाम की चर्चा शुरु होते ही शशीकांत शिंदे ने इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर अब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हुआ है, लेकिन यदि पार्टी प्रमुख शरद पवार सहित पार्टी की नेता सुप्रिया सुले व मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल द्वारा ऐसा कोई निर्णय लेते हुए उन्हें काम करने का मौका दिया जाता है, तो वे अपनी ओर से जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, आगामी मंगलवार 15 जुलाई को पार्टी की बैठक होने जा रही है. जिसमें प्रदेशाध्यक्ष के पद को लेकर निर्णय लिया जाएगा. शशीकांत शिंदे ने यह स्वीकार किया कि, प्रदेशाध्यक्ष पद के लिए उनका नाम चर्चा में है, परंतु उनके अलावा और किन-किन नामों की चर्चा चल रही, इससे अनभिज्ञता दर्शाते हुए उन्होंने कहा कि, पार्टी चाहे किसी को भी काम करने का मौका दे, हम सब उस व्यक्ति के नेतृत्व में साथ मिलकर काम करेंगे.

जयंत पाटिल ने नहीं दिया कोई इस्तीफा, झूठी है खबर
* राकांपा प्रवक्ता व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने किया खुलासा
इस बीच इस पूरे मामले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार गुट वाली राकांपा के प्रवक्ता व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि, जयंत पाटिल ने प्रदेशाध्यक्ष पद से कोई इस्तीफा नहीं दिया है और इसे लेकर चल रही सभी खबरे पूरी तरह से झूठी है. आव्हाड के मुताबिक पार्टी प्रमुख शरद पवार द्वारा अपने सभी पदाधिकारियों को विश्वास में लेते हुए सभी फैसले किए जाते है और अब तक पार्टी प्रमुख शरद पवार द्वारा प्रदेशाध्यक्ष पद को लेकर इस तरह का कोई भी निर्णय नहीं लिया गया है. ऐसे में पाटिल द्वारा प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा दिए जाने और शशीकांत शिंदे को नया प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने से संबंधित खबरों का फिलहाल कोई अर्थ व औचित्य नहीं है.





