फ्लैशबैक जिला परिषद- 2017 चुनाव
वरूड सर्कल में था कांग्रेस और राकांपा का कब्जा

* बेनोडा सीट के स्वाभिमान पार्टी के सदस्य देवेंद्र भुयार के विधायक बनने के बाद सीट हो गई थी खाली
* पुसला और लोणी में कांग्रेस तथा जरूड व आमनेर में राकांपा के प्रत्याशी हुए थे विजयी
अमरावती/ दि.4 – 59 सदस्योंवाले मिनी मंत्रालय के रूप में पहचाने जानेवाले अमरावती जिला परिषद के वरूड सर्कल की पांच सिटों में से 4 सिटों पर 2017 में हुए चुनाव में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस के उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे. बेनोडा गट क्रमांक 17 से स्वाभिमान पार्टी के देवेंद्र भूयार विजयी हुए थे. लेकिन बाद में वे वरूड-मोर्शी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से विधायक बनने के बाद यह सीट रिक्त हो गई थी. पश्चात कोरोना काल और प्रशासकराज चलने के कारण इस सीट पर उपचुनाव नहीं हो पाए थे. जिले के 30 महत्वपूर्ण वरूड सर्कल में वर्ष 2017 में हुए चुनाव के समय मतदाताओं की संख्या 1 लाख 21 हजार 968 थी. इनमें से 82 हजार 750 मतदाताओं ने मतदान किया था. इस सर्कल के लोणी और जरूड सीट के चुनाव काफी रोमांचक और कांटे के हुए थे.
* पुसला सीट से कांग्रेस के राजेंद्र पाटिल हुए थे निर्वाचित
वरूड सर्कल के पुसला गट क्रमांक 16 में कांग्रेस के राजेंद्र भगवानजी पाटिल, भाजपा के राहूल रमेशराव हरले और स्वाभिमान पार्टी के उमेश भीमराव डबरासे के बीच चुनावी टक्कर हुई थी. इसमें कांग्रेस के राजेेंद्र पाटिल 6613 वोट लेकर निर्वाचित हुए थे. दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के राहूल हरले को 5119 वोट मिले थे. जबकि स्वाभिमान पार्टी के उमेश डबरासे 2172 वोट लेकर तिसरे स्थान पर रहे थे.
* बेनोडा गट से स्वाभिमान के देवेंद्र भुयार की हुई थी शानदार जीत
वरूड तहसील के बेनोडा गट क्रमांक 17 से स्वाभिमान पार्टी के देवेंद्र महादेवराव भुयार, भाजपा के निलकंठ संतोषराव मुरूमकर और कांग्रेस के नरेंद्र भाउराव चोरे के बीच मुकाबला था. लेकिन इस सीट से किसानों के नेता राजू शेट्टी की पार्टी के मैदान में उम्मीदवार देवेंद्र भुयार ने 8409 वोट प्राप्त कर एकतरफा जीत हासिल की थी. स्वाभिमान पार्टी की यह जिला परिषद में एकमात्र जीत थी. इस सीट से दूसरे स्थान पर भाजपा के निलकंठ मुरूमकर रहे थे. उन्हें 4409 वोट मिले थे. जबकि तिसरे स्थान पर रहे कांग्रेस के नरेंद्र चोरे को 2970 वोट मिले थे.
* लोणी गट से कांटे के मुकाबले में सीमा सोरगे हुई थी विजयी
लोणी गट क्रमांक 18 से जिला परिषद का चुनाव काफी रोमांचक हुआ था. यहां पर कांग्रेस और भाजपा के बिच सिधी टक्कर हुई. कांग्रेस ने सीमा गोपाल सोरगे और भाजपा ने पपिता गणेशराव खेरडे को उम्मीदवारी दी थी. चुनाव प्रचार में दोनों पार्टी के नेताओं ने जोरदार प्रचार किया था. चुनाव रोमांचक होने की पहले से संभावना जताई गई थी. काटे के इस मुकाबले में कांग्रेस की सीमा सोरगे केवल 100 वोट से निर्वाचित हुई थी. दूसरे नंबर पर रही भाजपा की पपिता खेरडे को 7007 वोट मिले थे. जबकि तिसरे स्थान पर रही प्रहार की वर्षा सत्यवान ढोले को केवल 674 वोट मिल पाए थे.
जरूड से राकांपा के राजेंद्र पाटिल हुए थे विजयी
जरूड गट क्रमांक 19 निर्वाचन क्षेत्र में भी राकांपा और भाजपा के बीच कडी टक्कर हुई थी. जिला परिषद के इस निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस के राजेंद्र नारायण बहुरूपी और भाजपा के सुधीर विठोबा धर्मे के बीच सिधा मुकाबला हुआ था. तहसील के सभी नेताओं की नजर इस सीट पर थी. रोमांचक हुए इस सीट के चुनाव में राकांपा के राजेंद्र बहुरूपी 7630 वोट लेकर विजयी हुए थे. दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के सुधीर धर्मे को 7347 वोट मिले थे. राजेंद्र बहुरूपी ने यह चुनाव 283 वोट से जीता था. निर्दलीय प्रत्याशी मंगेश वसंत ठाकरे केवल 166 वोट लेकर तिसरे स्थान पर रहे थे.
* आमनेर गट से राकांपा की सुशीला कुकडे की हुई थी जीत
आमनेर गट क्रमांक 20 निर्वाचन क्षेत्र से राकांपा की सुशीला राजाभाउ कुकडे की शानदार जीत हुई थी. उन्होेंने भाजपा की द्रौपदी चंद्रकांत हरले को पराजीत किया था. राकांपा प्रत्याशी सुशीला कुकडे को 8022 वोट मिले थे. जबकि दूसरे स्थान पर रही भाजपा की द्रौपदी हरले को 5364 वोट मिले थे. तिसरे स्थान पर प्रहार की अलका प्रदीप कांबले रही थी. उन्हें 1313 वोट मिले थे.





