ट्रैफिक चालान की वॉटस्एप पर लिंक भेजकर जालसाजी
साइबर ठगबाजी से बचने हेतु सावधानी व सतर्कता जरुरी

अमरावती /दि.15 – इन दिनों साइबर अपराधियों द्वारा नए-नए तरीकों का प्रयोग करते हुए नागरिकों के साथ ठगबाजी व जालसाजी की जा रही है. जिसके तहत अब साइबर अपराधियों ने सीधे ट्रैफिक चलान के नाम पर जालसाजी का एक अनोखा फंडा शुरु किया है. इस तरीके के तहत लोगों को वॉटस्एप पर पुलिस विभाग के नाम से यातायात नियमों का उल्लंघन किए जाने के चलते चालान का मैसेज भेजा जाता है और फिर दंड वसूली के नाम पर लोगों के मोबाइल से बैंक खाते के डिटेल्स चुराते हुए उनके बैंक खातों को खाली कर देने का काम किया जाता है.
अमरावती शहर में रहनेवाले एक प्रतिष्ठित नागरिक को विगत शनिवार वॉटस्एप पर ऐसा ही एक संदेहास्पद संदेश प्राप्त हुआ था. जिसमें यातायात नियमों का उल्लंघन करने की वजह को आगे करते हुए करीब 5 हजार रुपए का दंड लगाने की बात कही गई थी. साथ ही दंड की रकम अदा करने हेतु एक एपीके फाइल वाली लिंक भेजते हुए उसके जरिए 24 घंटे के भीतर रकम अदा करने का आदेश दिया गया था. जिसके बारे में संबंधित व्यक्ति द्वारा जांच किए जाने पर यह साइबर चोरी का मामला रहने की बात समझ में आई. जिसके चलते उन्होंने इस पर कोई प्रतिसाद नहीं दिया. जिसके चलते वे साइबर जालसाजी का शिकार होने से बच गए. परंतु इससे यह जरुर स्पष्ट हो गया कि, इन दिनों साइबर अपराधियों ने लोगों के साथ ठगबाजी व जालसाजी करने के लिए एक अनोखा फंडा अमल में लाना शुरु किया है. ऐसे में सभी लोगों को साइबर ठगबाजी व जालसाजी से बचे रहने के लिए सावधान व सतर्क रहना जरुरी है.
* चालान वॉटस्एप पर कभी नहीं आता
इस बारे में अमरावती शहर सहित ग्रामीण पुलिस द्वारा सभी नागरिकों को सावधान व सतर्क रहने हेतु कहा गया है. साथ ही यह भी बताया गया है कि, यातायात विभाग के चालान सहित सरकार के किसी भी विभाग के दंड व शुल्क की चालान वॉटस्एप पर कभी भी नहीं आती. जिसके चलते इस तरह की लिंक की हमेशा अनदेखी करनी चाहिए और ऐसी लिंक को टच करते हुए कभी भी ओपन नहीं करना चाहिए.
– इसके साथ ही पुलिस द्वारा बताया गया कि, इन दिनों साइबर अपराधियों द्वारा वॉटस्एप पर यातायात नियमों का उल्लंघन किए जाने के संदेश के साथ ही एक एपीके फाइल भी भेजी जा रही है. इस एपीके फाइल को ओपन करने से मोबाइल में घुसपैट होकर बैंक खाते के ब्यौरे सहित व्यक्तिगत जानकारी व संवेदनशील डेटा के चोरी होने का खतरा रहता है, यानि दंड भरने के बहाने सीधे बैंक खाते से रकम उडाने हेतु साइबर अपराधियों द्वारा जाल बिछाया जा रहा है.





